बंधन मेरे संवारे तुमसे जुड़ गया
पंख बिना मेरे दिल का परिंदा देखो उड़ गया
बंधन मेरे संवारे तुमसे जुड़ गया……
दिल ने कही करार न पाया चैन था मेरा खोया
अपना नही था जग में कोई रेहता था खोया खोया
वीरा था जीवन का गुलशन तुम से खिल गया
बंधन मेरे संवारे तुमसे जुड़ गया……..
अपनी पलको के आँगन से ओजल कभी न कर ना
इक पल जो तुम दूर हुए तो कहे मेरे मैना
कुछ भी नही श्याम मेरे मैं तुमसे तर गया
बंधन मेरे संवारे तुमसे जुड़ गया……….
तुम्हें छोड़ सुन नन्द दुलारे
कोई न मीत हमारो ॥
किस्के दुआरे जाएँ पुकारूँ
और न कोई सहारो ॥
अब तो आके बाँह पकड़ लो, ओ मेरे प्रीतम
तुम हमारे थे प्रभुजी, तुम हमारे हो
तुम हमारे ही रहोगे,ओ मेरे प्रीतम…
तेरे कारण सब जग छोड़ा,
तुम संग नाता जोड़ा…
एक बार प्रभु बस ये कहदो,
तू मेरा में तेरा …
साँची प्रीत कि रीत निबादो, ओ मेरे प्रीतम
तुम हमारे थे प्रभुजी, तुम हमारे हो
तुम हमारे ही रहोगे, ओ मेरे प्रीतम….
दास कि बिनती सुनलीजो,
ओ व्रिज राज दुलारे॥
आखरी आस यही जीवन कि,
पूरण करना प्यारे॥
एक बार हृदय से लगालो, ओ मेरे प्रीतम -2
तुम हमारे थे प्रभुजी, तुम हमारे हो
तुम हमारे ही रहोगे, ओ मेरे प्रीतम……..