बरसाने की गलियों में आ जईयो
राधा तुझे पुकारे श्याम आ जईयो…..
तेरे बिन मोहे कुछ भाये न कृष्णा
छुप छुप के देखू तुझको सारी रतिया
तू मुरली बजा के रास रचा के ग्वालो के संग गईया चरा के
बरसाने की गलियों में आ जईयो
राधा तुझे पुकारे श्याम आ जईयो….
सुंदर सी मीठी इक तान सुना देना
बरसाने की गलिया कान्हा मेहका देना
ओ मेरे प्यारे कान्हा तू जल्दी से आना
मीठी मीठी सी इक तान सुनाना
बरसाने की गलियों में आ जईयो
राधा तुझे पुकारे श्याम आ जईयो……
आओ बाबा श्याम थाने भजना सु रिझावा सा
भजना सु रिझावा थाने नाच के मनावा सा
आओ बाबा श्याम……
थारो पावन धाम सांवरा , वालो घणो लागे सा
चालो खाटू धाम , हिवड़ा प्यारो म्हाने लागे सा
आओ बाबा श्याम….
राधाजी सेठाणी म्हारी सांवरियो है सेठ सा
फागुन ग्यारस मेलो लागे , प्रेमी झूमे गावे सा
आओ बाबा श्याम……
भोग लगाऊं थाने सांवरा , खीचड़ो जीमाऊ सा
सवामणी को भोग लगाऊं , परदो फेर लगाऊं सा
आओ बाबा श्याम……
थारो लाडको ‘गोपाल’ बाबा दर्शन तो करवाओ सा
महिमा यो “तुषार” गावे , बेड़ो पार लगाओ सा
आओ बाबा श्याम…..