बेगा घरा आओ बाबा बेगा घरा आओ,
थारे बिन सूनो म्हारो घर आँगन,
बेगा घरा आओं बाबा…
थारे बिना श्याम म्हारो मन नहीं लागे,
रतियाँ कटत मोरी तारे गिन,
बेगा घरा आओं बाबा…
आप रे कारणिये बाबा नैन बिछाया,
पल पल देखूं थारी बाटड़ली,
बेगा घरा आओं बाबा….
सांवरिया पधारया म्हारे मन हरषायो,
धन्य हुई म्हारी आँखड़ली,
बेगा घरा आओं बाबा……..,
तेरी बजती मुरलिया सुन कर के नाचन चली आई ओ सांवरे,
जब आयो गर्मी का महीना तन से टपके टप टप पसीना,
तेरा मोरनी पंखा देख के नाचन चली आई ओ सांवरे,
तेरी बजती मुरलिया…
नागिन बन कर डसी बांसुरियां,
तेरी प्रीत में भई रे वनवारियाँ,
कजरारे नैना देख के नाचन चली आई ओ सांवरे,
तेरी बजती मुरलिया……..
सांवरियां मत और सताओ,
अब हम को तुम अपना बनाया,
तेरी वनवारी सूरत देख के नाचन चली आई ओ सांवरे,
तेरी बजती मुरलिया…………
बरसाने की मैं हु गुजारियाँ,
चरण कमल में बीते उमारियाँ,
तेरी लट गुंगराली देख…..