भरे हिलोला लेय ओ राधा भरे हिलोला लेय,
नखराली राधा यमुना पे जल भरे हिलोला लेय
ईत यमुना उत गोकुल नगरी बीचे बरसानो धाम,
आती जाती गुजर्या सु मांगे दही को दान,
ओ नखराळी राधा यमुना पे जल भरे हिलो लेय
आदि नदी मे जूजलो रे आदि नदी मे किच,
ओ साथ सख्या मिल रास रचावे मोहन वाके बिच,
ओ नखराळी राधा यमुना पे जल भरे हिलो लेय
मुकुंद रावल की विनती जी सूनजो कृष्णमुरार,
चरणा मे अर्जी करू जी जोडु दोनी हाथ,
ओ नखराळी राधा यमुना पे जल भरे हिलो लेय………,