बिसर गयी सुद रही न तन की होए री मैं तो मर गई
राधा बल्लव की अखियाँ जादू कर गई……
मोटी मोटी अखियो में जीना जीना कजरा
कजरे की गोर खिसक गई
राधा बल्लव की अखियाँ जादू कर गई…….
राधा बलव की चितवन निराली
चितवन प्रेम में मर गई
राधा बल्लव की अखियाँ जादू कर गई…..
दर्शन करके मैं भई रे वन्वारियां
जानकी दिल में वस् गई
राधा बल्लव की अखियाँ जादू कर गई……
जब से सांवरियां से अखियाँ लड़ाई,
अखियाँ लड़ाई हाय अखियाँ लड़ाई
अखियाँ घ्याल कर गई
राधा बल्लव की अखियाँ जादू कर गई…..