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कैकेयी का अनुताप

kaikeyee ka anutaap

“यह सच है तो अब लौट चलो तुम घर को |” चौंके सब सुनकर अटल कैकेयी स्वर को | सबने रानी की ओर अचानक देखा, बैधव्य-तुषारावृता   यथा   विधु-लेखा | बैठी थी अचल तथापि असंख्यतरंगा , वह सिंही अब थी हहा ! गौमुखी गंगा — “हाँ, जनकर भी मैंने न भारत को जाना , सब सुन लें,तुमने स्वयं अभी …

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ओ मईया तैने का ठानी मन में

o maiya taine ka thaanee man mein

ओ मईया तैने का ठानी मन में, राम-सिया भेज दइ री वन में -२ हाय री तैने का ठानी मन में, राम-सिया भेज दइ री वन में -२ यधपि भरत तेरो ही जायो, तेरी करनी देख लज्जायो, अपनों पद तैने आप गँवायो भरत की नजरन में, राम-सिया भेज दइ री वन में , हठीली तैने का ठानी मन में, राम-सिया …

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तेरा झूठा मोह जगत में (Yours false attachment with world)

Yours false attachment with world

तेरा झूठा मोह जगत में तोते से बोली मैना गैरों से मतलब क्या है अपनों से बच के रहना श्री राम हुए वनवासी अपनो से धोखा खाया वो मोसी भी अपनी थी जिसने वनवास दिलाया सब आनी जानी माया सुख है तो दुःख भी सहना गैरो से मतलब क्या है अपनों से बचके रहना श्री कृष्ण हुये अवतारी जाने जन्म …

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चाकर प्रीतम प्यारी के हम

vyarth hai moh ka bandhan

चाकर प्रीतम प्यारी के हमवृन्दाविपिन बिहारी के अरु, श्री बरसाने वारी के, हम… पास ना फटकता महा विष्णु के, और उनकी घरवारी के, हम… चिन्मय दिव्य धाम वृन्दावन विहरत संग बिहारी के, हम… कबहुँ सराहत पक्ष प्यारी के, कबहुँ पक्ष बनवारी के, हम… परत न जाल ‘कृपालु’ भुलिहुँ, मुक्ति पिशाचिनी नारी के, हम… wish4me to English chaakar preetam pyaaree ke …

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अनुपम रूप नीलमणि को री

anupam roop neelamani ko ree

अनुपम रूप, नीलमणि को री उर धरि कर करि हाय! गिरत सोई, लखत बार इक भूलेहुँ जो री प्रति अंगनी छवि कोटि अनंगनी, सुषमा सुधा सार रस बोरी जिन हीन अंगनी नैनन निरखत, तिनहिन कहाँ कहा सरस बड़ो री नख-सिख लखि सखी! अंखियन हूँ ते, पल पल तलफति देखन को री कहा ‘कृपालु  गागर मह  सागर, आव न यतन करोड़ …

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मंगल मूरति मारुतनंदन जय हनुमान

vande santan hanumantan

मनोजवम मारुत तुल्य वेगम, जितेंद्रियम बुद्धिमतां वरिष्ठं वातात्मजं वानारायूथ मुख्यम, श्रीराम दूतं शरणम प्रपद्धे || मंगल मूरति,  मारुतनंदन,  भक्तविभूषण जय हनुमान सकल अमंगल, मूल निकंदन,  संकट मोचन जय हनुमान || (जय हनुमान  – जय हनुमान ) – २ (जय हनुमान -जय हनुमान,   जय हनुमान -जय हनुमान) – २ पवन तनय संतन हितकारी, ह्रदय बिराजत अवधविहारी राम लखन सीता श्री …

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है धन्य तेरी माया जग में शिव शंकर डमरू वाले

Ek Bar Bhagwan Narayan Story

नमामि शंकर, नमामि हर हर, नमामि देवा महेश्वरा । नमामि पारब्रह्म परमेश्वर, नमामि भोले दिगम्बर ॥ है धन्य तेरी माया जग में, ओ दुनिए के रखवाले शिव शंकर डमरू वाले, शिव शंकर भोले भाले जो ध्यान तेरा धर ले मन में, वो जग से मुक्ति पाए भव सागर से उसकी नैया तू पल में पर लगाए संकट में भक्तो में …

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हे शिवशंकर नटराजा

krshnadarshan - bhagavaan shiv ke avataar

निसदिन करता मैं नाम जपन तेरा, शिव शिव शिव शिव गुंजत मन मोरा । तुम हो मरे प्रभु, तुम ही कृपालु, करूँ समर्पण दीन दयालु ॥ तोरी जटा से बहती पवित्रता, तीन्ही लोको के तुम हो दाता । डमरू बजाया, तमस भगाया, जड़ चेतन को तुम्ही ने जगाया ॥ अलख निरंजन शिव मोरे स्वामी, तुम ही हो मेरे अंतरयामी । …

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सुनले तूँ मेरी पुकार

meree sunakar karun pukaar saavara aaega

माता.. माता.. माता.. माता.. माता.. माता… सुनले तूँ मेरी पुकार हो… सुनले तूँ मेरी पुकार,माता मैं तो घिरा हूँ, घोर पाप में सुनले तूँ मेरी पुकार…।जाऊँ कहाँ मैं, कौन है मेरा माई ,तूँ ही बता दे । किसको सुनाऊँ,  दुःख की कहानी माई अपना पता दे ॥ ढूँढूँ कहाँ मैं तेरा द्वार , माता मैं तो घिरा हूँ घोर पाप …

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Breath (Pranayam)

हयांगे-मादलाय्या-कृष्णा

The main problem in the world is stress. It is not going to decrease-it is going to increase. If through pranayam the shock can be harnessed, the entire stress and disease can be eliminated. – YOGI B H AJAN This chapter includes . . . In the Beginning was the Word & a Deep Breath ! 90 Simple. Natural Breathing …

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