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नवधा भक्ति

ab saump diya is jeevan ka

प्रथम भगति संतन कर संगा | दूसरि रति मम कथा प्रसंगा || गुर पद पंकज सेवा तीसरि भगति अमान | चौथि भगति मम गुन गन करइ कपट तज गान || मंत्र जाप मम दृढ़ बिस्वासा | पंचम भजन सो बेद प्रकासा || छठ दम सील बिरति बहु करमा | निरत निरंतर सज्जन धर्मा || सातव सम मोहि मय जग देखा …

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मानस से : नवधा भक्ति

maanas se : navadha bhakti

प्रथम भगति संतन्ह कर संगा । दूसरि रति मम कथा प्रसंगा ॥ गुर पद पंकज सेवा तीसरि भगति अमान।पंचम भजन सो बेद प्रकासा ॥ चौथि भगति मम गुन गन करइ कपट तजि गान ॥मंत्र जाप मम दृढ़ बिस्वासा । छठ दम सील बिरति बहु करमा । निरत निरंतर सज्जन धरमा ॥ सातवँ सम मोहि मय जग देखा । मोतें संत …

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घूँघट का पट खोल रे

ghoonghat ka pat khol re

घूँघट का पट खोल रे, तोहे पिया मिलेंगे। घट घट रमता राम रमैया, कटुक बचन मत बोल रे॥ रंगमहल में दीप बरत है, आसन से मत डोल रे॥ कहत कबीर सुनो भाई साधों, अनहद बाजत ढोल रे॥ wish4me in English ghoonghat ka pat khol re, tohe piya milenge. ghat ghat ramata raam ramaiya, katuk bachan mat bol re. rangamahal mein …

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बीत गये दिन

beet gaye din

बीत गये दिन भजन बिना रे। भजन बिना रे भजन बिना रे॥ बाल अवस्था खेल गवांयो। जब यौवन तब मान घना रे॥ लाहे कारण मूल गवाँयो। अजहुं न गयी मन की तृष्णा रे॥ कहत कबीर सुनो भई साधो। पार उतर गये संत जना रे॥ wish4me in English beet gaye din bhajan bina re. bhajan bina re bhajan bina re. baal …

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आप बिन कौन सुने प्रभु मोरी

guru bin kaun samhaare

आप बिन कौन सुने प्रभु मेरी तुम समरथ सब लायक दाता सब पर कृपा घनेरी दास की विपद निवारण कीजे अरज करूं मैं तेरी जब जब पीर पड़ी भगतन पर तब तब की न देरी कहत कबीरा देर कहाँ की नाथ शरण मैं तेरी wish4me in English aap bin kaun sune prabhu meree tum samarath sab laayak daata sab par …

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मन लाग्यो मेरो यार फ़कीरी में

man laagyo mero yaar fakeeree mein

मन लाग्यो मेरो यार फ़कीरी में .. जो सुख पाऊँ राम भजन में सो सुख नाहिं अमीरी में मन लाग्यो मेरो यार फ़कीरी में .. भला बुरा सब का सुन लीजै कर गुजरान गरीबी में मन लाग्यो मेरो यार फ़कीरी में .. आखिर यह तन छार मिलेगा कहाँ फिरत मग़रूरी में मन लाग्यो मेरो यार फ़कीरी में .. प्रेम नगर …

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राम बिनु तन को

raam bhaja so jeeta jag mein

राम बिनु तन को ताप न जाई। जल में अगन रही अधिकाई॥ राम बिनु तन को ताप न जाई॥ तुम जलनिधि मैं जलकर मीना। जल में रहहि जलहि बिनु जीना॥ राम बिनु तन को ताप न जाई॥ तुम पिंजरा मैं सुवना तोरा। दरसन देहु भाग बड़ मोरा॥ राम बिनु तन को ताप न जाई॥ तुम सद्गुरु मैं प्रीतम चेला। कहै …

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राम भजा सो जीता जग में

raam bhaja so jeeta jag mein

राम भजा सो जीता जग में राम भजा सो जीता रे हाथ सुमिरनी, बगल कतरनी, पढ़े भागवत गीता रे हृदय शुद्ध कीन्हों नहीं तेने, बातों में दिन बीता रे ज्ञान देव की पूजा कीन्ही, हरि सो किया न प्रीता रे धन यौवन यूँ ही जायेगा, अंत समय में रीता रे कहे कबीर काल यूँ मारे जैसे हिरन को चीता रे …

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यदि नाथ का नाम दयानिधि है

yadi naath ka naam dayaanidhi hai

यदि नाथ का नाम दयानिधि है, तो दया भी करेंगे कभी न कभी । दुखहारी हरी, दुखिया जन के, दुख क्लेश हरेगें कभी न कभी । जिस अंग की शोभा सुहावनी है, जिस श्यामल रंग में मोहनी है । उस रूप सुधा से स्नेहियों के, दृग प्याले भरेगें कभी न कभी । जहां गीध निषाद का आदर है, जहां व्याध …

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यही हरि भक्त कहते हैं

yahee haribhakt kahate hain

यही हरि भक्त  कहते हैं, यही सद्ग्रन्थ गाते हैं । कि जाने कौन से गुण पर, दयानिधि रीझ जाते हैं । नहीं स्वीकार करते हैं, निमंत्रण नृप दुर्योधन का । विदुर के घर पहुंचकर, भोग छिलकों का लगाते हैं । न आये मधुपुरी से गोपियों की, दुख कथा सुनकर । द्रुपदजी की दशा पर, द्वारका से दौड़े आते हैं । …

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