जैसा कि आप लोगों ने देखा होगा कि शिनचैन एक बहुत ही शैतान बच्चा है। वह अपना काम काम स्वयं नहीं करता था और होमवर्क भी नहीं करता था, जिससे उसे स्कूल में बहुत मार पड़ती थी। वह स्कूल में अधयापकों को भी बहुत परेशान कर लेता था। इसलिए सभी अध्यापक भी उसे शैतान बताते थे। लेकिन असल में उसकी …
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डोरेमोन की रियल लाइफ स्टोरी !!
डोरेमोन” फुजिको एफ. फुजिया द्वारा निर्मित एक जापानी शृंखला है, जो डोरेमोन नामक एक रोबोटिक बिल्ली के इर्द-गिर्द घूमती है। वह नोबिता नोबी नाम के एक लड़के की मदद करने के लिए 22वीं सदी में वापस जाता है। खैर, डोरेमोन को हर तरह के लोग पसंद करते हैं और इसने हमारे दिलों में एक अनोखी जगह बना ली है। लेकिन …
Read More »शिक्षा कैसी !!
’मेरे पुत्र को शिक्षा ग्रहण करनी है, मैं जानता हूँ, प्रत्येक व्यक्ति सही नागरिक नहीं होता और न ही सब छोटे से बङे होकर सत्य के पुजारी होते हैं, किन्तु कृपया मेरे बच्चे को ऐसी शिक्षा दीजिएगा, कि वह प्रत्येक दुष्ट व्यक्ति के लिए एक आदर्श नायक और प्रत्येक स्वार्थी राजनीतिज्ञ के लिए एक निष्ठावान संघर्षवादी नायक बने। मेरे बच्चे …
Read More »अन्न दोष !!
एक महात्मा राजगुरु थे। समय-समय पर वे राजा को उपदेश देने राजमहल में जाया करते थे। एक दिन वे राजा को उपदेश देकर, भोजन करने के बाद, महल के एक कक्ष में अकेले ही लेटे हुए थे। उसी कक्ष में खूँटी पर राजा का मोतियों का हार टंगा हुआ था। महात्माजी के मन में अचानक ही लोभ आ गया और …
Read More »मुर्ख बंदर की टोली !!
एक दिन की बात है; जंगल से सटे गाँव के पास मंदिर बन रहा था; वहाँ काम करने वाले कारीगर हर दिन की तरह उस दिन भी खाना खाने के लिए गाँव में आए थे; इसी बीच जंगल में रहने वाले बंदरों की टोली घुमते-फिरते वहाँ पहुँच गयी; जहाँ कारीगरों का काम चल रहा था | कारीगरों को वहाँ न …
Read More »लालच का फल !!
हल्द्वानी एक छोटा सा शहर था। उसी शहर में गणेश मिठाईवाले की एक बड़ी प्रसिद्ध दुकान थी । वह बहुत ही स्वादिष्ट बाल मिठाई बनाया करता था। धीरे-धीरे गणेश मिठाईवाले की कीर्ति दूर-दूर तक फैल गई। अधिकतर लोग गणेश की दुकान से मिठाइयां खरीदने लगे ।आमदनी बढ़ते ही मिठाई वाले का दिमाग सातवें आसमान में पहुंच गया। ज्यादा मुनाफा पाने …
Read More »विश्वासघात का फल !!
एक दिन चार चोरों ने किसी बड़े व्यापारी के घर में चोरी करने की योजना बनाई । और वह अपने नगर के एक बड़े सेठ के यहां चोरी करने पहुंचे। चूंकि उस दिन सेठ नगर से बाहर था। इसीलिए चारों चोरों ने आराम से सेठ की पूरी कमाई में हाथ साफ कर दिया। और वह सारा धन लेकर जंगल की …
Read More »सुंदरता का अभिमान !!
एक घने जंगल में एक बारहसिंगा रहता था । एक दिन वह एक तालाब किनारे पानी पीने पहुंचा । उस दिन तालाब का पानी एकदम साफ था ।इसीलिए बारहसिंगे को अपना प्रतिबिंब तालाब में साफ साफ दिखाई दे रहा था। इतने में उसे अपने टेढ़े मेढ़े सींग उस तालाब के पानी में प्रतिबिंब के रूप में दिखाई दिए ।जो बहुत …
Read More »मेहनत पर विश्वास !!
एक गांव में एक जमींदार रहा करता था। उसके पास बहुत सारी जमीन और कई सारे नौकर चाकर थे । उसके पास खेती भी कम न थी । इसीलिए कई नौकर खेती में काम पर लगे हुए थे । फिर भी उसे लगातार खेती में घाटा हो रहा था।दिन प्रतिदिन उसकी खेती से आमदनी घट रही थी ।इसीलिए वह जमींदार …
Read More »अहंकार का दुष्परिणाम !!
द्रोणाचार्य एक दिन अपने पुत्र अश्वत्थामा को दूध के लिए रोते देख द्रवित उठे।उस समय द्रोणाचार्य की माली हालत ठीक नहीं थी।ऐसे में उन्हें अपने परम मित्र राजा द्रुपद को याद आयी। राजा द्रुपद और द्रोणाचार्य गुरुकुल में सहपाठी थे।द्रोणाचार्य ने सोचा कि यदि वह राजा द्रुपद के पास जाकर उनको अपनी स्थिति से अवगत कराएं।वो शायद राजा द्रुपद उनकी कुछ …
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