जय रघुनन्दन जय सियाराम जय रघुनन्दन जय सियाराम | हे दुखभंजन तुम्हे प्रणाम ||भ्रात भ्रात को हे परमेश्वर, स्नेह तुन्ही सिखलाते | नर नारी के प्रेम की ज्योति जग मे तुम्ही जलाते | ओ नैया के खेवन हारे, जपूं मै तुमरो नाम || तुम्ही दया के सागर प्रभु जी, तुम्ही पालन हारे | चैन तुम्ही से पाए बेकल मनवा सांझ …
Read More »Ramayan
कलिओं मे राम मेरा किरणों मे राम है
दोहा: पूजा जप ताप मैं नहीं जानू, मै नहीं जानू आरती | राम रतन धन पाकर के मै प्रभु का नाम पुकारती || कलिओं मे राम मेरा, किरणों मे राम है | धरती गगन मे मेरे प्रभु का धाम है || कहाँ नहीं राम है … प्रभु ही की धूप छाया, प्रभु की ही चांदनी | लहरों की वीना मे …
Read More »राम भजो आराम तजो
राम भजो आराम तजो । राम ही शक्ति उपासना, राम ही शान्ति साधना । राम ही कार्य प्रेरणा, राम ही योग और धारणा । राम ही लक्ष्य है लक्ष्मण का, हनुमान जी के प्राण हैं ॥ राम सिया राम बोलो, राम सिया राम । जय रधुनन्दन, जय सिया राम । जानकी वलभ, राजा राम । दशरथ नंदन राजा राम । …
Read More »मन चंचल चल राम शरण में
माया मरी ना मन मरा, मर मर गया शरीर । आशा तृष्णा ना मरी, कह गए दास कबीर ॥ माया हैं दो भान्त की, देखो हो कर बजाई । एक मिलावे राम सों, एक नरक लेई जाए ॥ मन चंचल चल राम शरण में । हे राम हे राम हे राम हे राम ॥ राम ही तेरा जीवन साथी, मित्र …
Read More »रघुवर तुमको मेरी लाज
रघुवर तुमको मेरी लाज । सदा सदा मैं शरण तिहारी, तुम हो गरीब निवाज़ ॥ पतित उद्धारण विरद तिहारो, शरावानन सुनी आवाज । हूँ तो पतित पुरातन कहिए, पार उतारो जहाज ॥ अघ खंडन दुःख भन्जन जन के, यही तिहारो काज । तुलसीदास पर कृपा कीजे raghuvar tumako meree laaj . sada sada main sharan tihaaree , tum …
Read More »मेरे मन में है राम मेरे तन में है राम
मेरे मन में है राम, मेरे तन में है राम । मेरे नैनो की नगरिया में राम है ॥ मेरे रोम रोम के है राम ही रमिया, साँसों के स्वामी, मेरी नैया के खिवैया। कण कण में हैं राम, त्रिभुवन में हैं राम, नीले नभ की अटरिया में राम है॥ जनम जनम का जिन से है नाता, मन जिन के …
Read More »रघुवीर तुम्हारे मन्दिर में मै भजन सुनाने आया हूँ
रघुवीर तुम्हारे मन्दिर में मै भजन सुनाने आया हूँ । घनश्याम के चरणों में मै दर्शन करने आया हूँ ॥ टेक ॥ अंतरा भक्ति प्रभु की करता हुं मै गीत प्रभु के गाता हूँ । बेडा पार प्रभु से होता है तो मै गुण प्रभु के ही गाता हूँ ॥ राम नाम की महिमा का मै सत्संग सुनाने आया हूँ …
Read More »अयोध्या का है सुन्दर नजारा
अयोध्या का है सुन्दर नजारा । ये तो तीर्थो में तीरथ है प्यारा ॥टेक ॥ अयोध्या है बड़ा मनभवन । हो ये तो भूमि बड़ी है पावन॥ वह प्रेम की सरयू धारा ॥1॥ ये तो तीर्थो में तीरथ है प्यारा …. कोई गंगा में जाकर नहाए। हो कोई सरयू में डुबकी लगाए॥ यहाँ राम घाट है न्यारा ॥2॥ ये तो …
Read More »मेरे राम आएंगे
ओ मैं तो राह बुहारूं, ओ मेरे राम आएंगे। बैठे बाट निहारूं, हाँ मेरे राम आएंगे । हाँ मेरे राम आएंगे, शबीरी के राम आएंगे । हाँ मेरे राम आएंगे, लक्ष्मण और राम आएंगे । हाँ मेरे राम आएंगे, सीता और राम आएंगे । राम लखन मेरी कुटिया में आएंगे, जूठे बेरो को प्रभु भोग लगायेंगे । ओ बैठी यही …
Read More »राम भजन कर मन
राम भजन कर मन, ओ मन रे कर तू राम भजन। सब में राम, राम में है सब, तुलसी के प्रभु, नानक के रब्ब। राम रमईया घट घट वासी, सत्य कबीर बचन॥ राम नाम में पावत पावन, रवि तेज्योमय चन्द्र सुधा धन। राम भजन बिन ज्योति ना जागे, जाए ना जीय की जरन॥ नाम भजन में ज्योति असीमित, मंगल दीपक …
Read More »