मार्गशीर्ष कृष्ष्ण पक्ष अष्टमी तिथि को भगवान भोले नाथ भैरव रूप में प्रकट हुए थे. कालाष्टमी का व्रत इसी उपलक्ष्य में इस तिथि को किया जाता है. आदि देव महादेव ने यह रूप किस कारण से धारण किया इस सम्बन्ध में एक पारणिक कथा है। आइये यह क्था सुनें। भैरवाष्टमी कथा (Bhairavaaṣṭamee kathaa ) कथा के अनुसार एक बार श्री हरि …
Read More »Pooja Paath
कार्तिक पूर्णिमा व्रत Kartik Purnima Vrat
कार्तिक मास की पूर्णिमा के दिन वृषोसर्ग व्रत रखा जाता है। इस दिन विशेष रूप से भगवान कार्तिकेय और भगवान विष्णु की पूजा करने का विधान हैं। यह व्रत शत्रुओं का नाश करने वाला माना जाता है। इसे नक्त व्रत भी कहा जाता है। कार्तिक पूर्णिमा की विधि (Kartik Purnima Vrat Vidhi ) नारद पुराण के अनुसार कार्तिक मास की …
Read More »विवाह पंचमी Vivah Panchami
भारत में कई स्थानों पर विवाह पंचमी को बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। मार्गशीर्ष (अगहन) मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी को भगवान श्रीराम तथा जनकपुत्री जानकी (सीता) का विवाह हुआ था। तभी से इस पंचमी को ‘विवाह पंचमी पर्व’ के रूप में मनाया जाता है। पौराणिक धार्मिक ग्रथों के अनुसार इस तिथि को भगवान राम ने जनक नंदिनी …
Read More »उत्पन्ना एकादशी Utpannaa Ekaadashee
उत्पन्ना एकादशी का व्रत मार्गशीर्ष मास के कृ्ष्ण पक्ष में किया जाता है. इस दिन भगवान श्री कृ्ष्ण की पूजा करने का विधान है. व्रत वाले को दशमी के दिन रात में भोजन नहीं करना चाहिए. एकादशी के दिन ब्रह्रा बेला में भगवान का पुष्प, धूप, दीप, अक्षत से पूजन करके पूजन करना चाहिए. इस व्रत में केवल फलों का …
Read More »Mokshada Ekadasi
मोक्षदा एकादशी महात्मय (Mokṣadaa ekaadashee mahaatmay) गीता के अनुसार अन्य सभी लोक में मर कर गया हुआ प्राणी पुन: गर्भ में आता है लेकिन जो विष्णु लोक (Vishnu lok) में जाता है वह जीवन चक्र के फेर से मुक्त होकर मोक्ष प्राप्त करता है। यूं तो पृथ्वी पर जितने भी प्रकार के जीव हैं वह सभी परमात्मा के ही अंश …
Read More »दत्तात्रेय जयंती Dattaatrey jayntee
मार्गशीर्ष मास की पूर्णिमा को दत्त जयंती के रूप में भी मनाई जाती है. मान्यता अनुसार इस दिन भगवान दत्तात्रेय का जन्म हुआ था. धार्मिक ग्रंथों के अनुसार भगवान दत्तात्रेय को ब्रह्मा, विष्णु, महेश तीनों का स्वरूप माना जाता है. दत्तात्रेय में ईश्वर एवं गुरु दोनों रूप समाहित हैं जिस कारण इन्हें श्री गुरुदेवदत्त भी कहा जाता है. मान्यता अनुसार …
Read More »मार्गशिष पुर्णिमा Maargashiṣ purṇaimaa
इस दिन महान सम्राट अशोक की पुत्री संघमित्रा भिक्षुणी बनी थी। इस दिन बौ उपासके द्वारा महाउपोसथ व्रत रखा जाता है। इस दिन उपासक महाउपोसथ व्रत के साथ-साथ व्रत भी रखते हैं। दिव्ययोगशॉप के विशिष्ठ पंडित विधि-विधान से श्रावण पुर्णिमा पूजन संपन्न करते है। इसमे पृथम गणेश पूजन के साथ शंकर भगवान, विष्णु भगवान की पूजा संपन्न की जाती है। …
Read More »Reiki Healing
Reiki is a Japanese technique for stress reduction and relaxation that also promotes healing. It is administered by “laying on hands” and is based on the idea that an unseen “life force energy” flows through us and is what causes us to be alive. If one’s “life force energy” is low, then we are more likely to get sick or …
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