Meena Sankranti marks the beginning of the twelfth and last month in Hindu Solar Calendar. All twelve Sankrantis in the year are highly auspicious for Dan-Punya activities. Only certain time duration before or after each Sankranti moment is considered auspicious for Sankranti related activities. For Meena Sankranti sixteen Ghatis after the Sankranti moment are considered Shubh or auspicious and the …
Read More »Vrat & Festivals
पापमोचनी व्रत Papmochani Ekadasi Vrat
एकादशी व्रत में श्री विष्णु जी का पूजन किया जाता है. पापमोचनी एकादशी व्रत करने के लिये उपवासक को इससे पूर्व की तिथि में सात्विक भोजन करना चाहिए. एकादशी व्रत की अवधि 24 घंटों की होती है. इसलिए इस व्रत को प्रारम्भ करने से पूर्व स्वयं को व्रत के लिये मानसिक रुप से तैयार कर लेना चाहिए. एकाद्शी व्रत में …
Read More »सूर्य ग्रहण Surya Grahan
अंतरिक्ष में जब चन्द्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच आता है तब उस समय को सूर्य ग्रहण कहते हैं। सूर्यग्रहण और ज्योतिष (Surya Grahan Remedies in Hindi) मत्स्य पुराण के अनुसार सूर्य ग्रहण के समय सूर्य से जुड़े मंत्रों का जाप करते रहना चाहिए जैसे गायत्री मंत्र आदि। साथ ही इस दौरान अन्न, वस्त्र, गौ दान आदि का बेहद महत्व …
Read More »Chaitra Navratri
Chaitra Navratri, also known as Basant or Vasant Navratri, is the nine days festival dedicated to the worship of Goddess Shakti. Chaitra Navratri starts from the first day of Shukla Paksh in the month of Chaitra and end on the ninth day on Ram Navami. Since Lord Rama was born on the ninth day in the month of Chaitra, hence these …
Read More »Gauri Vrat
मंगला गौरी व्रत – उपवास विधि Mangla Gauri Vrat – Method of Fasting मंगला गौरी व्रत श्रावण मास में पडने वाले सभी मंगलवार को रखा जाता है. श्रावण मास में आने वाले सभी व्रत-उपवास व्यक्ति के सुख- सौभाग्य में वृ्द्धि करते है. सौभाग्य से जुडे होने के कारण इस व्रत को विवाहित महिलाएं और नवविवाहित महिलाएं करती है. इस उपवास …
Read More »सौभाग्य सुंदरी व्रत
सौभाग्य सुंदरी व्रत सुहागिन स्त्रियों का त्यौहार है। यह व्रत सौभाग्य की कामना और संतान सुख की प्राप्ति के लिए किया जाता है। यह व्रत सौभाग्यवती स्त्रियों के लिए अखण्ड सौभाग्य का वरदान होता है और उन्हें संतान का सुख देना वाला होता है। सौभाग्य सुंदरी तीज व्रत का महात्यम शास्त्रों में सुहाग का पर्व करवा चौथ के समान बताया …
Read More »नागपंचमी
कैसे करें नागपंचमी के दिन नागदेव का पूजन नागपंचमी पर आराधना से होता है सर्पदोष दूर पूरे भारत भर में नाग पूजा प्राचीन काल से चली आ रही है। श्रावण शुक्ल पंचमी के दिन ‘नागपंचमी का पर्व’ परंपरागत श्रद्धा एवं विश्वास के साथ मनाया जाता है। इस दिन नागों का पूजन किया जाता है। इस दिन नाग दर्शन का विशेष …
Read More »Yamuna Chhath
Yamuna Chhath is mainly celebrated in Indian city Mathura. It marks the day when Goddess Yamuna descended on the Earth. Hence this day is also known as Yamuna Jayanti or birth anniversary of Goddess Yamuna. It is celebrated on Shukla Paksha Shashthi in Chaitra month and falls during Chaitra Navratri. Goddess Yamuna, being wife of Lord Shri Krishna, is revered …
Read More »महाष्टमी
( दुर्गोत्सवभक्तितरङ्गिणी, देवीपुराणादि ) – आश्विनी शुक्ल अष्टमीको देवीकी उपासनाके अनेक अनुष्ठान होते हैं, इस कारण यह महाष्टमी मानी जाती है । इसमें सप्तमीका वेध वर्जित और नवमीका ग्राह्य होता है । इस दिन देवी शक्ति धारण करती हैं और नवमीको पूजा समाप्त होती है; अतएव सप्तमीवेधसंयुक्त महाष्टमीको पूजनादि करनेसे पुत्र, स्त्री और धनकी हानि होती है । यदि अष्टमी …
Read More »रामनवमी
रामनवमी व्रत विधि | Ramnavami Vrat Vidhi राम नवमी व्रत महिलाओं के द्वारा किया जाता है. इस दिन व्रत करने वाली महिला को प्रात: सुबह उठना चाहिए. और सुबह उठकर, पूरे घर की साफ- सफाई कर घर में गंगा जल छिडकर कर, शुद्ध कर लेना चाहिए. इसके पश्चात स्नानक कर व्रत का संकल्प लेना चाहिए. इसके बाद एक लकडी के …
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