एक प्रोफ़ेसर क्लास ले रहे थे. क्लास के सभी छात्र बड़ी ही रूचि से उनके लेक्चर को सुन रहे थे. उनके पूछे गये सवालों के जवाब दे रहे थे. लेकिन उन छात्रों के बीच कक्षा में एक छात्र ऐसा भी था, जो चुपचाप और गुमसुम बैठा हुआ था. प्रोफ़ेसर ने पहले ही दिन उस छात्र को नोटिस कर लिया, लेकिन …
Read More »Gyan Shastra
बंदर और घंटी!!
जंगल के किनारे एक गाँव बसा हुआ था। गाँव में चारो और ख़ुशहाली थी और गाँव के लोग शांतिपूर्ण जीवन व्यतीत कर रहे थे। गाँव के मध्य गाँव वालों ने एक मंदिर का निर्माण करवाया था, जहाँ वे प्रतिदिन पूजा-आराधना किया करते थे। मंदिर के प्रवेश द्वार पर एक बड़ी सी घंटी लगी हुई थी।एक दिन एक चोर (Thief) ने …
Read More »गौरैया और बंदर!!
वन में घने वृक्ष की शाखा में घोंसला बनाकर गौरैया (Sparrow) का जोड़ा रहा करता था। वर्षों से वे वहाँ सुख का जीवन व्यतीत कर रहे थे। ठंड का मौसम था। गौरैया का जोड़ा अपने घोंसलें में बैठा आराम कर रहा था। तभी अचानक ठंडी हवा के साथ बारिश प्रारंभ हो गई। ऐसे में कहीं से एक बंदर (Monkey) आया …
Read More »राजा की तीन सीखें : जीवन का सीख देने वाली कहानी!!
बहुत समय एक राज्य में एक प्रतापी राजा हुआ करता था. उसके तीन पुत्र थे. अपने पुत्रों को सुयोग्य बनाने के लिए उसने उनकी शिक्षा-दीक्षा की सर्वश्रेष्ठ व्यवस्था की और उन्हें हर विधा में पारंगत बनाया. वह चाहता था कि उसके पुत्र इस लायक बनें कि भविष्य में राज्य की बागडोर सुचारू रूप से संभाल सकें जब वह वृद्ध हो …
Read More »गीदड़ गीदड़ ही रहता है !!
जंगल की एक गुफ़ा में शेर-शेरनी का जोड़ा रहता था। उनके दो बच्चे थे। शेर प्रतिदिन जंगल जाकर शिकार करता और उसे लेकर गुफ़ा आ जाता। गुफ़ा में दोनों मिलकर शिकार के मांस का भक्षण किया करते थे। एक दिन पूरा जंगल छान मारने के बाद भी शेर के हाथ कोई शिकार नहीं लगा। निराश होकर वह वापस लौट रहा …
Read More »ध्रुव तारे की कहानी!!
ब्रह्माजी के मानस पुत्र स्वयंभू के दो पुत्र थे – प्रियवद और उत्तानपाद. राजा उत्तानपाद ने दो विवाह किये. उनकी पहली पत्नि का नाम सुनीति था और दूसरी का नाम सुरुचि. दोनों रानियों से उन्हें पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई. सुनीति के पुत्र का नाम ध्रुव रखा गया और सुरुचि के पुत्र का नाम उत्तम. उत्तानपाद दोनों राजकुमारों के प्रति …
Read More »कैसे शेर बना माँ दुर्गा का वाहन!!
कैसे ये पशु इन देवी-देवताओं के वाहन बने और इसके पीछे क्या कारण था? इन प्रश्नों के उत्तर में जो कहानी छुपी हुई है, वो बड़ी ही रोचक हैं. ये तो अवश्य है कि हर पशु वाहन की अपनी एक पृथक महत्ता है. शक्ति स्वरूपा माँ दुर्गा का वाहन शेर है, ये संपूर्ण जगत जानता है. उन्हें ‘माँ शेरावाली’ भी …
Read More »हथौड़ा और चाभी : शिक्षाप्रद कहानी!!
शहर की पुरानी बस्ती में ताले की एक दुकान थी. उस दुकान में ढेर सारे ताले-चाभी थे. लोग ताले ख़रीदने वहाँ आते. कभी-कभी मुख्य चाभी गुम हो जाने पर डुप्लीकेट चाभी बनवाने भी उस दुकान पर आते. उसी दुकान में कोने में एक मजबूत हथौड़ा भी पड़ा हुआ था, जो ताला तोड़ने के काम आता था. लेकिन उसका प्रयोग कभी-कभार ही …
Read More »अवसर की पहचान : शिक्षाप्रद कहानी!!
पहाड़ी क्षेत्र में नदी किनारे एक छोटा सा गाँव बसा हुआ था. उस गाँव के लोग बहुत धार्मिक प्रवृति के थे. गाँव के मध्य स्थित मंदिर में सभी गाँव वाले दैनिक पूजा-अर्चना करते थे. उस मंदिर की देखभाल की ज़िम्मेदारी वहाँ के पुजारी पर थी. जो मंदिर परिसर में ही निवास करता था. वह सुबह से लेकर रात तक ईश्वर की …
Read More »शेर और बंदर !!
एक बार की बात है. जंगल के राजा शेर और बंदर में विवाद हो गया. विवाद का विषय था – ‘बुद्धि श्रेष्ठ है या बल’ (Wisdom Is Better Than Strength). शेर की दृष्टि में बल श्रेष्ठ था, किंतु बंदर की दृष्टि में बुद्धि. दोनों के अपने-अपने तर्क थे. अपने तर्क देकर वे एक-दूसरे के सामने स्वयं को सही सिद्ध करने …
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