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Gyan Shastra

लालची ब्राम्हण !!

लालची ब्राम्हण एक जंगल में एक बूढ़ा शेर रहता था। बूढ़ा हो जाने के कारण उसके शरीर में पहले जैसी फुर्ती नही रह गयी थी। जिसके कारण वह जंगली पशुओं का शिकार नहीं कर पाता था। जिससे उसका जीवन बहुत कष्टप्रद हो गया था। एक दिन शिकार की खोज में घूमते हुए उसे एक सोने का कंगन मिला। कंगन देखकर …

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परिश्रम का फल !!

एक राजा सदैव दुखी रहता था। क्योंकि उसके राज्य के लोग मेहनत करने से कतराते थे। वे बड़े आलसी और कामचोर थे। जब राजा अपने राज्य में भ्रमण के लिए निकलता तो वह देखता कि उसके राज्य की सड़कें कूड़े कचड़े और पत्थरों से भरी पड़ी हैं। लोग साफ सफाई नहीं करते। सबकी आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं है। क्योंकि …

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बुद्धिमान सरपंच!!

एक गांव में एक वृद्ध सरपंच रहते थे। बड़े बड़े झगड़ों को वे चुटकियों में सुलझा देते थे। जिसके कारण दूर दूर से लोग उनसे फैसला करवाने आते थे। सरपंचजी अपनी बुद्धिमत्ता के लिए काफी प्रसिद्ध हो चुके थे। एक बार दूर के गांव के कुछ लोग किसी झगड़े के विषय में उनसे सलाह लेने आये। ये लोग न तो …

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पाप की कमाई !!

एक गांव में एक हलवाई और एक परचून की आमने सामने दुकान थीं। परचून की दुकान वाला ईमानदारी से धंधा करता था। लेकिन हलवाई दूध में पानी मिलाता और बासी मिठाई को भी ताजा बताकर बेंच देता था। जिससे हलवाई को ज्यादा मुनाफा होता था। वह दिन पर दिन अमीर होता जा रहा था। बेचारा परचून वाला यह सब देखता …

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मूर्तिप्रेम!!

एक राजा था। उसको मूर्तियों का बहुत शौक था। उसके राजमहल में बेहतरीन कारीगरों की बनाई बहुत सारी मूर्तिया थीं। लेकिन उनमें से तीन मूर्तियां राजा को बहुत प्रिय थीं। क्योंकि वे मूर्तिकला की उत्कृष्टतम कृतियाँ थीं। मूर्तियों की देखभाल के लिए उसने एक सेवक को रखा था। एक दिन मूर्तियों की सफाई करते समय उन तीन मूर्तियों में से …

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हिम्मत का बल!!

यह उन दिनों की बात है जब पंजाब पर सिख महाराजा रणजीत सिंह का राज्य था। वे महाप्रतापी, शूरवीर और धर्मपालक थे। उनकी वीरता के चर्चे दूर दूर तक थे। आततायी और दुष्ट लोग लोग उनका नाम सुनकर भयभीत हो जाते थे। उनके राज्य की सीमा अफगानिस्तान से लगती थी। उस समय पूरा पाकिस्तान पंजाब प्रांत में ही आता था। …

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विद्याभ्यास- प्रेरणादायक कहानी !!

प्राचीनकाल में एक गुरुकुल से एक विद्यार्थी स्नातक की उपाधि प्राप्त करके जब घर जाने लगा, तो गुरुजी ने उसे उपदेश दिया कि प्रतिदिन कुछ न कुछ अवश्य पढ़ना और पढ़ाना चाहिए। शिष्य ने गुरु की बात गांठ बांध ली। घर वापस आकर उसने प्रतिदिन अध्ययन करना प्रारंभ कर दिया। लेकिन गुरु की आज्ञा के अनुसार प्रतिदिन पढ़ाना भी आवश्यक …

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सच्चा शिक्षक!!

शहर के प्राथमिक विद्यालय में एक शिक्षिका थीं। उनका नाम मिस मंजू था। वह प्रतिदिन क्लास में घुसते ही मुस्कुराकर सभी बच्चों से बोलती थीं- आई लव यू आल। जबकि वह जानती थीं कि वे झूठ बोल रही थीं। कक्षा में एक बच्चा था। जिसे वे बिल्कुल प्यार नहीं करती थीं। उसके व्यवहार और रहन सहन ने उनके मन में …

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सच्चा दान!!

महाभारत युद्ध की समाप्ति के बाद महाराज युधिष्ठिर ने एक महान अश्वमेध यज्ञ किया। जिसे सर्वश्रेष्ठ ब्राह्मणों द्वारा पूर्ण वैदिक विधि-विधान से संपन्न किया गया। उस यज्ञ में धर्मात्मा युधिष्ठिर ने समस्त ब्राह्मणों एवं याचकों को पूर्णतः संतुष्ट किया। युधिष्ठिर द्वारा उस यज्ञ में किये गए दान की चर्चा समस्त भूलोक में छा गयी। सर्वत्र पांडवों की प्रशंसा के स्वर …

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सबसे गहरा दलदल !!

किसी नगर में एक राजा राज्य करता था। वह न्यायप्रिय, विद्वान एवं अत्यंत बुद्धिमान था। उसका एक मंत्री था, जो बहुत ही लोभी तथा धैर्यहीन था। राजा ने उसे सुधारने का निश्चय किया। उसने मंत्री को बुलाकर कहा, “मंत्रीजी, मेरे राज्य में सबसे गहरा दलदल कौन सा है इसका पता लगाइये ? आपके पास एक माह का समय है। यदि …

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