यह बात उस समय की है, जब कुरुक्षेत्र में कौरवों और पांडवों के बीच युद्ध चल रहा था। पितामह भीष्म कौरवों की ओर से युद्ध लड़ रहे थे, लेकिन कौरवों के सबसे बड़े भाई दुर्योधन को लगता था कि भीष्म पितामह पांडवों को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहते हैं। दुर्योधन का मानना था कि पितामह भीष्म बहुत शक्तिशाली हैं और पांडवों …
Read More »Gyan Shastra
महाभारत की कहानी: राजा शिवी चक्रवर्ती!!
बहुत समय पहले की बात है, उशीनगर नाम के एक राज्य में एक राजा राज किया करता था। उस राजा का नाम था शिवी। वह एक चक्रवर्ती सम्राट था और अपनी महानता और दयालुता के कारण प्रसिद्ध था। उसकी दया के बारे में ऐसा कहा जाता था कि उसके दरबार से कोई भी खाली हाथ नहीं लौटता था। वह हर …
Read More »मुंशी प्रेमचंद की कहानी : लैला!!
कौन है लैला, वह कहां से आई है, यह सब किसी को मालूम न था। तेहरान की चौक पर एक रोज लोगों ने खूबसूरत सुंदरी को हाथों में डफली लिए गजल गाते और झूमते देखा। देखते ही देखते पूरे तेहरान में एक खूबसूरत महिला की चर्चा होने लगी। वह कोई और नहीं, बल्कि लैला ही थी। लैला की सुंदरता को …
Read More »मुंशी प्रेमचंद की कहानी: शूद्र!!
गांव के सिरे पर एक मां-बेटी झोपड़ी में रहती थी। मां विधवा थी तो बेटी कुवांरी। घर में और कोई आदमी न था। बेटी गौरा बाग से पत्तियां बटोर कर लाती तो मां गंगा भाड़ झोंकती थी। इससे सेर भर अनाज मिल जाता तो दोनों खाकर सो पड़ती थी। इसी से उनका गुजर-बसर हो रहा था। हर मां की तरह …
Read More »मुंशी प्रेमचंद की कहानी: अपनी करनी!!
ओह हो! मेरे ही कर्मों की वजह से आज मैं इतना अभागा महसूस कर रहा हूं। मेरे ऊपर आज अपमान भी हंसता होगा, क्योंकि मैंने खुद अपने हाथों से सब कुछ उजाड़ दिया। एक साल पहले मैं इतना किस्मत वाला था, क्या ही कहूं। आराम की जीवन, अच्छी सेहत, पत्नी और दो प्यारे बच्चे, ऊंचा घराना उसपर पढ़ा-लिखा होने के …
Read More »शेखचिल्ली की कहानी : खिचड़ी!!
शेखचिल्ली एक बार अपनी सास से मिलने के लिए ससुराल गया। दामाद के आने की खबर मिलते ही सासु मां ने शेख के लिए खिचड़ी बनाना शुरू कर दिया। शेख भी कुछ देर बाद ससुराल पहुंच गए। वहां पहुंचते ही सासु से मिलने के लिए शेख सीधे रसोई में चला गया। सास से बातें करते हुए अचानक शेखचिल्ली का हाथ …
Read More »शेख चिल्ली की कहानी : बुरा सपना!!
शेखचिल्ली सुबह परेशान होकर उठा। उसे परेशान देख उसकी मां ने पूछा, बेटा क्या तुमने आज भी वो डरावना सपना देखा? शेखचिल्ली ने अपनी गर्दन को हिलाया और अपनी अम्मी के गले से लग गया। शेखचिल्ली अपनी अम्मी से बहुत प्यार करता था और वो ही उसका पूरा परिवार थीं। शेखचिल्ली की अम्मी ने कहा, ‘मैं आज तुम्हें हकीम जी …
Read More »शेखचिल्ली की कहानी : खीर !!
शेखचिल्ली बेहद ही मूर्ख था और हमेशा मूर्खता भरी बातें करता था। उसकी मां अपने बेटे की मूर्खता भरी बातों से बहुत परेशान रहती थी। एक बार शेखचिल्ली ने अपनी मां से पूछा कि लोग मरते कैसे हैं? मां ने सोचा कि इस मूर्ख को कैसे समझाऊं, तो मां ने कह दिया कि लोग जब मरते हैं, तो बस उनकी …
Read More »शेखचिल्ली की कहानी : कैसे नाम पड़ा !!
ऐसा कहा जाता है कि शेखचिल्ली का जन्म गरीब परिवार में किसी गांव में हुआ था। उसके पिता बचपन में ही गुजर गए थे, इसलिए उसकी मां ने उसकी परवरिश की थी। शेख की मां ने इस सोच से बेटे को पाला-पोसा था कि वो बड़ा होकर कमाएगा और उनकी गरीबी भी दूर हो जाएगी। इसी सोच के साथ शेख …
Read More »सिंहासन बत्तीसी की इक्कीसवीं कहानी – चन्द्रज्योति पुतली की कथा!!
इस बार भी राजा भोज सिंहासन पर बैठने के लिए आगे बढ़ते हैं और तभी इक्कीसवीं पुतली चन्द्रज्योति वहां प्रकट होती है। चन्द्रज्योति राजा भोज को रोकती है और साथ ही उन्हें राजा विक्रमादित्य के गुणों से जुड़ी एक कहानी सुनाती है, जो इस प्रकार है – एक बार राजा विक्रमादित्य ने राज्य में एक यज्ञ कराने का सोचा। वह …
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