दिनपुर गांव में सोहन नाम का हलवाई रहता था। वह खूब बढ़िया और स्वादिष्ट मिठाइयां बनाने के लिए जाना जाता था। इसी वजह से उसकी दुकान पूरे गांव में मशहूर थी। पूरा गांव उसी की दुकान से मिठाई खरीदता था। वह और उसकी पत्नी मिलकर शुद्ध देसी घी में मिठाई बनाते थे। इससे मिठाइयां काफी अच्छी और स्वादिष्ट बनती थीं। …
Read More »Panchatantra
खटमल और जूं की कहानी
यह कहानी कई वर्ष पुरानी है। उस समय दक्षिण भारत में एक राजा राज किया करता था। राजा के बिस्तर में मंदरीसर्पिणी नाम की एक जूं रहा करती थी, लेकिन इस बारे में राजा को कोई जानकारी नहीं थी। हर रात जब राजा गहरी नींद में सो जाता,तो जूं अपने घर से बाहर निकलती, बड़े चाव से पेट भरकर राजा …
Read More »हंस और मूर्ख कछुआ की कहानी
एक जंगल के बीचों-बीच एक तलाब था, जहां जानवर आकर अपनी प्यास बुझाया करते थे। उसी तालाब में एक कछुआ भी रहता था। वह फालतू की बातें बहुत करता था, इसलिए सभी जानवरों ने उसका नाम बातूनी कछुआ रखा हुआ था, लेकिन दो हंस उसके बहुत अच्छे दोस्त थे, जो हमेशा उसका भला चाहते थे। एक बार गर्मी के मौसम …
Read More »बैल और शेर की कहानी
एक जंगल में तीन बैल रहा करते थे। तीनों आपस में अच्छे मित्र थे। वो घास चरने के लिए जंगल में एक साथ ही जाया करते थे। उसी जंगल में एक खूंखार शेर भी रहता था। इस शेर की कई दिनों से इन तीनों बैल पर नजर थी। वह इन तीनों को मारकर खा जाना चाहता था। उसने कई बार …
Read More »चतुर मुर्गे की कहानी
एक घने जंगल में एक पेड़ पर मुर्गा रहा करता था। वह रोज सुबह सूरज निकलने से पहले उठ जाता था। उठने के बाद वह जंगल में दाना-पानी चुगने के लिए चला जाता था और शाम होने से पहले वापस लौट आता था। उसी जंगल में एक चालाक लोमड़ी भी रहती थी। वह रोज मुर्गे को देखती और सोचती, “कितना …
Read More »कबूतर और मधुमक्खी की कहानी
एक समय की बात है। एक जंगल में नदी किनारे एक पेड़ पर कबूतर रहता था। उसी जंगल में एक दिन कहीं से एक मधुमक्खी भी गुजर रही थी कि अचानक से वह एक नदी में जा गिरी। उसके पंख गीले हो गए। उसने बाहर निकलने के लिए बहुत कोशिश की, लेकिन वह नहीं निकल सकी। जब उसे लगा कि …
Read More »जैसे को तैसा पंचतंत्र की कहानी
एक बार की बात है सीतापुरी गांव में जीर्णधन नाम का एक बनिया रहता था। उसका काम कुछ अच्छा नहीं चल रहा था, इसलिए उसने धन कमाने के लिए विदेश जाने का फैसला किया। उसके पास कुछ ज्यादा पैसे या कोई कीमती वस्तु नहीं थी। सिर्फ उसके पास एक लोहे का तराजू थी। उसने वो तराजू साहूकार को धरोहर के …
Read More »पंचतंत्र की कहानी: शिकार का ऐलान
सालों पहले एक घने से जंगल में कुछ जानवर रहा करते थे। उनमें से एक शेर था और उसकी सेवा में हरदम लोमड़ी, भेड़िया, चीता और चील रहते थे। लोमड़ी को शेर ने अपनी सेक्रेटरी, चीता को अपना अंगरक्षक और भेड़िये को अपना गृहमंत्री बना रखा था। इनके अलावा, चीता दूर-दूर की सारी खबरें लाकर शेर को देता था यानी …
Read More »भय का भूत : पंचतंत्र की कहानी!!
बहुत समय पहले की बात है. एक नगर में भद्रसेन नामक एक राजा का राज्य था. उसकी एक अति-रूपवती कन्या थी, जिसका नाम रत्नवती था. अपने रूप के कारण रत्नवती को सदा यह भय रहता था कि कोई राक्षस आयेगा और उसका अपहरण कर ले जायेगा. वह दिन-रात इसी भय में जीती थी. राजा ने उसका भय दूर करने महल …
Read More »मूर्ख बगुले और नेवले की कहानी |
कई सालों पहले की बात है, एक जंगल में एक बरगद का पेड़ था। उस बरगद के पेड़ पर एक बगुला रहा करता था। उसी पेड़ के नीचे एक बिल में एक सांप भी रहता था। वह सांप बड़ा ही दुष्ट था। अपनी भूख मिटाने के लिए वह बगुले के छोटे-छोटे बच्चों को खा जाया करता था। इस बात से …
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