एक बार राजा कृष्णदेव राय अपने दरबारियों के साथ चर्चा कर रहे थे। चर्चा करते-करते अचानक बात चतुराई पर होने लगी। महाराज कृष्णदेव राय के दरबार में राजगुरु से लेकर कई अन्य दरबारी तेनालीराम से जलते थे। ऐसे में, तेनालीराम को नीचा दिखाने के लिए एक मंत्री दरबार में बोल पड़ा कि, “महाराज! दरबार में एक से बढ़कर एक बुद्धिमान …
Read More »Story for Children]
तेनाली रामा की कहानियां: शिल्पी की अद्भुत मांग!!
विजयनगर के महाराज कृष्णदेव हर बार तेनालीराम की सूझबूझ से दंग रह जाते थे। इस बार भी तेनालीराम ने महाराज को हैरान कर दिया। दरअसल, एक बार महाराज कृष्णदेव पड़ोस के राज्य पर जीत हासिल करके विजयनगर लौटे और उन्होंने उत्सव मनाने की घोषणा कर दी। पूरे नगर को ऐसे सजाया गया जैसे कोई बड़ा त्योहार हो। अपनी इस जीत …
Read More »तेनाली रामा की कहानियां: सुनहरा पौधा!!
तेनालीराम हर बार अपने दिमाग का इस्तेमाल करके ऐसा कुछ करते थे कि विजय नगर के महाराज कृष्णदेव दंग रह जाते थे। इस बार उन्होंने एक तरकीब से राजा को अपने फैसले पर दोबारा विचार करने को मजबूर कर दिया। हुआ यूं कि एक बार राजा कृष्णदेव किसी काम के चलते कश्मीर चले गए। वहां उन्हें एक सुनहरे रंग का …
Read More »तेनाली रामा की कहानियां: मनहूस कौन!!
राजा कृष्णदेव राय के राज्य में चेलाराम नाम का एक व्यक्ति रहता था। वह राज्य में इस बात से प्रसिद्ध था कि अगर कोई सुबह-सवेरे उसका चेहरा सबसे पहले देख ले तो उसे दिनभर खाने को कुछ नहीं मिलता। लोग उसे मनहूस कहकर पुकारते थे। बेचारा चेलाराम इस बात से दुखी तो होता, लेकिन फिर भी अपने काम में लगा …
Read More »तेनालीराम बना जटाधारी सन्यासी !!
विजयनगर राज्य के राजा कृष्णदेव राय के मन में एक दिन बड़ा से शिवालय बनाने की इच्छा जगी। इस सोच के साथ उन्होंने अपने खास मंत्रियों को बुलाया और उन्हें शिवालय के लिए एक अच्छी सी जगह ढूंढने को कहा। कुछ ही दिनों में एक अच्छी सी जगह को शिवालय के लिए सभी ने चुन लिया। राजा ने भी उस …
Read More »तेनाली रामा की कहानियां: अपराधी बकरी !!
हर दिन की तरह ही राजा कृष्णदेव राय अपने दरबार में बैठे हुए थे। तभी वहां एक चरवाहा अपनी फरियाद लेकर पहुंच गया। चरवाहे को देख राजा कृष्णदेव ने उसके दरबार में आने की वजह पूछी। तब चरवाहा बोला, ‘महाराज मेरे साथ बड़ा गलत हुआ है। मेरे घर के करीब में रहने वाले आदमी के घर की दीवार ढह गई …
Read More »तेनाली रामा की कहानियां: शिकारी झाड़ियां!!
महाराज कृष्णदेव हर साल ठंड के मौसम में नगर के बाहर डेरा डाला करते थे। इस दौरान महाराज और उनके कुछ दरबारी व सैनिक उनके साथ तंबू लगाकर रहते थे। राज्य के सभी कामकाज को छोड़कर उन दिनों गीत-संगीत की महफिलें सजती और कभी किस्से कहानियों के दौर चला करते थे। ऐसी ही एक सुहानी शाम में महाराज के मन …
Read More »तेनाली रामा की कहानियां: तेनालीराम का न्याय!!
सालों पहले कृष्णदेव राय दक्षिण भारत के जाने-माने विजयनगर राज्य में राज किया करते थे। उनके साम्राज्य में हर कोई खुश था। अक्सर सम्राट कृष्णदेव अपनी प्रजा के हित में फैसले लेने के लिए बुद्धिमान तेनालीराम की राय लिया करते थे। तेनालीराम का दिमाग इतना तेज था कि वो हर मुसीबत का पलभर में समाधान निकाल लेते थे। एक दिन …
Read More »तेनाली रामा की कहानियां: उबासी की सजा!!
एक दिन तेनालीराम को रानी तिरुमाला ने संदेश भिजवाया कि वह बड़ी मुश्किल में हैं और उनसे मिलना चाहती हैं। रानी का संदेश पाकर तेनालीराम तुरंत रानी से मिलने पहुंच गए। तेनालीराम ने कहा, ”रानी जी! आपने इस सेवक को कैसे याद किया?” इस पर रानी तिरुमाला ने कहा, ”तेनालीराम! हम एक बड़ी मुश्किल में फंस गए हैं।” तेनालीराम ने …
Read More »तेनाली रामा की कहानियां: कौवों की गिनती!!
तेनालीराम की बुद्धिमता और हाजिर जवाबी से महाराज कृष्णदेव अच्छी तरह से परिचित थे। इसलिए, महाराज कई बार तेनालीराम से ऐसे सवाल पूछ लेते थे, जिसका जवाब देना मुश्किल होता था। कोई और होता तो महाराज के सवाल सुनकर अपना सिर पकड़ लेता, लेकिन तेनालीराम के पास तो जैसे हर मर्ज की दवा थी और हार मानना तो जैसे उन्होंने …
Read More »