चाहे राम कहो या श्याम कहो
दोनों का एक ही मतलब है,
श्रीराम के साथ मे सीता थी,
श्रीकृष्ण साथ मे राधा थी,
चाहे………………
श्रीराम के हाथ मे धनुष बाण,
श्रीकृष्ण के हाथ मुरलिया थी,
चाहे………
श्रीराम ने रावण मारा था,
श्री कृष्णा ने कंस संहारा था,
चाहे…………….
कभी राम बनके कभी श्याम बनके,
चले आना प्रभुजी चले आना ……
तुम राम रूप में आना,
तुम राम रूप में आना
सीता साथ लेके,
धनुष हाथ लेके,
चले आना प्रभुजी चले आना …….
तुम श्याम रूप में आना,
तुम श्याम रूप में आना,
राधा साथ लेके,
मुरली हाथ लेके,
चले आना प्रभुजी चले आना ……
तुम शिव के रूप में आना,
तुम शिव के रूप में आना,
गौरा साथ लेके,
डमरू हाथ लेके,
चले आना प्रभुजी चले आना ……
तुम विष्णु रूप में आना,
तुम विष्णु रूप में आना,
लक्ष्मी साथ लेके,
चक्र हाथ लेके,
चले आना प्रभुजी चले आना ……
तुम गणपति रूप में आना,
तुम गणपति रूप में आना
राधा साथ लेके,
सीता साथ लेके,
चले आना प्रभुजी चले आना ….
कभी राम बनके कभी श्याम बनके,
चले आना प्रभुजी चले आना ………