Breaking News

छोड़ो मेरा दुपट्टा कान्हाँ अब घर जाना है

छोड़ो मेरा दुपट्टा कान्हाँ अब घर जाना है,
जाने क्या क्या कहेगा बैरी बुरा ज़माना है,
नरखाने वाली शरमा कर मुंह मोड़ा ना करते,
हम गोकुल वाले हाथ पकड़ कर छोड़ा ना करते…..

बाकी बातें फिर कर लेना आज मुझे तुम जाने दो,
बतिया तेरी मीठी राधे अपना दिल बहलाने दो,
यूँ तो मैं भी जानू मोहन मेरा दीवाना है,
जाने क्या क्या कहेगा बैरी बुरा ज़माना है….

सूर्य भी है छिपने वाला गड़बड़ी हो जायेगी,
अपने घर ले जाऊँगा मेरी मैया भी हरसायेगी,
मैया से क्या बोलूंगी ना कोई बहाना है,
जाने क्या क्या कहेगा बैरी बुरा ज़माना है….

ऐसे तुम मजबूर करो ना मोहन तुम राधा रानी को,
साँसों से भी ज्यादा चाहूँ अपनी राधा रानी को,
मन का कमल खिलाने प्यारे कल फिर आना है,
जाने क्या क्या कहेगा बैरी बुरा ज़माना है……..

Check Also

bhandara

भंडारे या लंगर का प्रसाद खाना चाहिए

भंडारे या लंगर का प्रसाद खाना या नहीं? धार्मिक स्थलों पर आयोजित भंडारे ने निर्धनों को सहारा देते हैं, लेकिन सक्षम व्यक्ति के लिए सेवा या....