चोरी चोरी माखन खाए नटखट माखन चोर
लाख यत्न कर हार गई मैं उस पे चले न कोई जोर
चोरी चोरी माखन खाए नटखट माखन चोर
ग्वाल बाल संग छुपके से आये
घर में वो उदम मचाये,
यशोदा तेरो बारो लाला करे गलियन में हल्ला
मैया तू समजा दे वा को आके मचाये मत शोर
चोरी चोरी माखन खाए नटखट माखन चोर
मैया के हो श्याम सांवरियां मारे मोहे कंकरियां
चीर चुरावे जियरा जरावे रार करे हम से
विनती मेरी सुनले मैया या को पखादे कही और
चोरी चोरी माखन खाए नटखट माखन चोर
सुन रे राधा सब मैं जानू कैसो है रे मेरो कान्हा
दिन भर तो वो गैयाँ चरावे तब वो गयो बरसाना
दही माखन की कमी न घर में मत न बनाओ वा को चोर
चोरी चोरी माखन खाए नटखट माखन चोर………