छोटे छोटे पाँव तेरो मदन मुरारी
ठुमक ठुमक चले लकुटी है भारी
मैया सम्बालो नन्द लाल को
प्यारे सो मदन गोपाला को भोले सु मदन गोपाला को
बांधे राखो आँचल से तेरो कान्हा नटखट है
भेजो न मधुवन में मैया यमुना जी का पनघट है,
कलिअस कोमल है देखो गिरधारी
लागे न नजर सब ताके नर नारी,
नैना नशीले ब्रिज बाला को
मैया सम्बालो नन्द लाल को ….
इक तो श्याम वर्ण तेरो कान्हा दूजी चंचल काया रे
भाग्य बदलने गोकुल का ये तारण हार है आया रे,
मोर मुकट कान्हा लागे बलिहारी
मीठी मुस्कान हर विपति लचारी
लाली सूरज प्रति पाला को
प्यारे से मदन गोपाला को……….