12 अक्टूबर वर्ष 1492 के दिन, खोजी नाविक क्रिस्टोफर कोलंबस का अभियान कैरेबियन पहुंचा। कोलंबस ने यात्रा के दौरान खोजे आइलैंड का नाम सैन सैल्वाडोर रखा, जो आज ‘बहामास ‘के नाम से जाना जाता है। वो मान चुका था कि बाहामास, जापान है और यात्रा के दौरान उसने क्यूबा को चीन समझ लिया था।
कोलंबस ने ‘ला नैवीदाद’ की भी खोज की थी, जिसे आज हैती कहा जाता है, ये दुनिया की पहली यूरोपीय कॉलोनी थी, कोलंबस ने वहां करीब 39 लोगों को जीवन बसाने के लिए छोड़ दिया था।
वह अपने समय का एक प्रसिद्ध व्यक्ति था। उसे अगर साहस और आत्मविश्वास का दूसरा नाम कहें तो गलत नहीं होगा। जब वह अपने साथियों के साथ एक छोटे से जाहज पर नई दुनिया को ढूंढने निकला तो अचानक समुद्र में समुद्री तूफान आ गया।
तीन दिनों और दो रातों तक कोलंबस का जहाज समुद्री पानी के थपेड़ों से चकनाचूर हो गया। उन दिनों जहाज इंजन से नहीं चलते थे। ऊंची बल्ली लगाकर हवा के बहाव के जरिए समुद्री यात्राएं की जाती थीं।
जब जहाजा चकनाचूर हो गया। तो कोलंबस के सभी साथी घबरा गए। लेकिन कोलंबस ने हार नहीं मानी। वह थोड़ा आगे बड़ा। कोलंबस को दिशा बताने वाली दिशासूचक सूची भी खराब हो चुकी थी। लेकिन कोलंबस के चेहरे पर शिकन तक नहीं आया। उसने अपने सभी साथियों से कहा, चाहे कितनी भी मुश्किलें आएं, लेकिन जीत हमारी ही होगी। कोलंबस सफल हुआ और उसे अपनी मंजिल मिल गई।
संक्षेप में
यदि पूरी निष्ठा और साहस से अपने काम को अंजाम दिया जाए तो जीत हमारी हो होती है। हरिवंश राय बच्चन ने अपनी एक कविता में लिखा है कि कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।
Hindi to English
On October 12, 1492, expeditionary explorer Christopher Columbus’s campaign reached the Caribbean. Columbus named the island named San Salvador during the trip, which is now known as the ‘Bahamas’. He had believed that Bahamas was Japan, and during the visit, he understood Cuba as China.
Columbus also invented ‘La Naveedad’, which is called Haiti today, it was the first European colony of the world, Columbus had left around 39 people to live there.
He was a famous person of his time. If it is called the second name of courage and self-confidence then it will not be wrong. When he came out with his colleagues to find a new world on a small jahaj, then the ocean storm came suddenly in the ocean.
For three days and two nights, Columbus’s ship was shattered by the ocean water crunch. Those days did not run with the ship engines. Sea trips were carried by using high bolls through air flows.
When the ship got shattered So all the Columbus comrades were scared. But Columbus did not give up. He’s a little bigger bigger The directional list of directions to Columbus was also damaged. But Columbus’s face did not even come to the wrinkle. He told all his associates, no matter how many problems, but victory will be ours. Columbus succeeded and got his destination.
in short
If our work is done with complete loyalty and courage, then victory is ours. Harivansh Rai Bachchan has written in one of his poems that those who try is never defeated.