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दयालु हो दया करके सम्बालो


दयालु हो दया करके  सम्बालो
कही हम डूब न जाए बचा लो
दयालु हो दया करके  सम्बालो……

ये गेहरा है समन्दर कही तूफ़ान का डर,
ये विसराई है लेहरे इधर भी तो नजर कर
दयालु हो दया करके  सम्बालो…….

ये कैसा है अँधेरा समय जैसा है ठेहरा,
रेहम कर दे एह मालिक के करदो अब सवेरा
दयालु हो दया करके  सम्बालो……..

ये तेरा नाम है पावन तू ही करता है पालन
के बरसा दे जरा तू तेरी किरपा का सावन
दयालु हो दया करके  सम्बालो…….

है दिल की आरजू ये प्रभु इतनी सी सुन ले
के माझी बन के निर्मल की नैया पार कर दे
दयालु हो दया करके  सम्बालो  …………..

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