आई दिवाली, आई दिवाली
खुशियों का त्योहार है दिवाली।
दीपों का त्योहार है दिवाली
रंगों की बहार है दिवाली।
अंधियारे को यह दूर भगाती
जगमग-जगमग उजियारे यह करती।
मत छोड़ो तुम बम-पटाखे
खूब प्रदूषण ये फैलाते।
जानवर, पक्षी सब इनसे डरते
छुपते, फिरते मारे-मारे।
बीमारों को भी ये खूब सताते
मत चलाओ तुम ऐसे पटाखे।
इस दिवाली प्रण करें हम सारे
नहीं चलाएंगे हम बम-पटाखे।
आओ मिलकर कसम ये खाएं
ग्रीन दिवाली मनाएं हम सारे
ग्रीन दिवाली मनाएं हम सारे।
अर्चना, मोहाली
Diwali comes, Diwali comes
Diwali comes, Diwali comes
Diwali is the festival of happiness.
Diwali is the festival of lights
Diwali is the spring of colours.
It drives the darkness away
Sparkling lights would do this.
don’t leave you bomb-crackers
They spread a lot of pollution.
Animals and birds are all afraid of them
Hiding, roaming around.
It hurts the sick a lot
Don’t you burst such firecrackers?
Let us all make a vow this Diwali
We will not firebombs and crackers.
Let us all swear together
Let us all celebrate Green Diwali
Let us all celebrate Green Diwali.