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करीबियों का दिल न तोड़े

एक राजमहल में एक कामवाली और उसका बेटा काम करते थे। एक दिन राजमहल में कामवाली के बेटे को एक हीरा मिला। उसने अपनी माँ को बताया।।।।। कामवाली बड़ी होशियारी से वह हीरा बाहर फेंक देती है। यह कहकर कि यह कांच है हीरा नहीं है। घर जाते वक़्त वह चुपके से उस हीरे को उठा के ले जाती है। वह सुनार के पास जाती है। सुनार समझ जाता है कि इसको कहीं से मिला होगा। यह असली है या नकली इसको पता नहीं इसलिए यह पूछने आई है।सुनार भी वह हीरा बाहर फ़ेंक कर कहता है कि यह कांच है हीरा नहीं।
कामवाली लौट जाती है ,सुनार भी चुपके से वह हीरा उठता है आउट ज़ोहरी के पास ले जाता है।
जोहरी हीरा पहचान लेता है। अनमोल हीरा देखकर उसकी नियत बदल जाती है । वह भी हीरा बाहर फ़ेंक कर कहता है कि यह कांच है हीरा नहीं। जैसे ही जोहरी हीरा बाहर फेंकता है उसके टुकड़े टुकड़े हो जाते हैं। यह सब एक मुसाफिर देख रहा था। वह हीरे के पास जाता है और उससे पूछता है ,कामवाली और सुनार ने तुम्हे दो बार फेंका तब तो तुम नहीं टूटे ,फिर अब कैसे टूटे ?
हीरा बोला.। कामवाली और सुनार ने दो बार मुझे फेंका क्योंकि वह मेरी असलियत से अनजान थे लेकिन जोहरी तो मेरी असलियत जनता था तब भी उसने मुझे बाहर फ़ेंक दिया। यह दुःख मैं सेहन नहीं कर सका। इसलिए मैं टूट गया।
ऐसा ही हम मनुष्यों के साथ भी होता है। जो लोग आपको जानते हैं उसके बावजूद भी वह आपका दिल दुखाते हैं तब यह बात आप सेहन नहीं कर पाते। िलिये कभी भी अपने स्वार्थ के लिए अपनों का दिल न तोड़ें। हमारे आस-पास बहुत से लोग हीरे जैसे होते हैं। उनकी बिल और भावनाओं को कभी भी मत दुखाये।।।। और न ही उनके अच्छे गुणों के टुकड़े करिये।
मेरा मेरा करते एक दिन चले जाना है, जो भी कमाया यही रह जाना है। कर ले कुछ अच्छे कर्म साथ तेरे बस यही जाना है।
रोने से तो आंसू भी पराये हो जाते है और मुस्कराने से पराये भी अपने हो जाते है।
मुझे वह रिश्ते पसंद हैं जिनमें मैं नहीं हम हो। इंसानियत दिल में होती है हैसियत में नहीं। परमात्मा कर्म देखता है वसीयत नहीं

English Translation

A palanquin and her son worked in a palace. One day at the palace, Kamwali’s son found a diamond. He told his mother… She throws the diamond out smartly. Saying that it is glass is not a diamond. On the way home, she secretly picks up the diamond. She goes to the goldsmith. The goldsmith understands that it must have been found from somewhere. It is not known whether it is real or fake, so it has come to ask. Sunar also throws out the diamond and says that it is glass and not diamond.
Kamwali returns, the goldsmith also secretly wakes the diamond out and takes it to the zohari.
Johri recognizes the diamond. Seeing the precious diamond changes her destiny. He also throws the diamond out and says that it is glass, not diamond. As soon as the Johri throws the diamond out, it falls to pieces. A traveler was watching all this. He goes to the diamond and asks him, Kamwali and Goldsmith threw you twice, then you are not broken, then how are you broken now?
Hira said. Kamwali and Goldsmith threw me twice because they were unaware of my reality but Johri threw me out even though my reality was public. I could not bear this sorrow. So I broke down.
The same happens with us humans. Despite those who know you, they still hurt you, then you are not able to take this thing. Never break your heart for your selfishness. Many people around us are like diamonds. Never hurt their bills and feelings … And do not cut their good qualities.
I have to go away one day doing mine, whatever I earn is to remain the same. Do some good deeds with you, that’s all you have to go.
Tears also become alien to tears, and strangers also become alienated by smiling.
I like relationships in which I am not us. Humanity is in the heart, not in status. God sees not karma

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