द्रोपति न बांध्यो जेख चार तार म
म्हारी राधा न बांध्यो ओख प्रेम तार म
जात की भीलनी शबरी , दर्शन की प्यासी
दर्शन की प्यासी शबरी दर्शन की प्यासी
बंधी गया राम भाव सत्कार म
म्हारी राधा न बांध्यो ओख प्रेम तार म
दुर्योधन का मेवा तजी , विदुर घर आया
विदुर घर आया श्याम विदुर घर आया
बंधी गया श्याम विधुराणी प्यार म
म्हारी राधा न बांध्यो ओख प्रेम तार म……..
जोगन भेस बनाया
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साँवरिया तेरे लिए, तेरे लिए मैने,
जोगन भेस बनाया ll
*जोगन भेस बनाया ll
हाँ साँवरिया तेरे लिए,,, ll तेरे लिए मैने,
जोगन भेस बनाया ll
तोड़ लिया मैंने, जग से नाता ll
हाँ तेरे सिवा, कोई नज़र ना आता ll
*हाँ तूँ दिल में है समाया l
*प्यारे तूँ दिल में है समाया l
साँवरिया तेरे लिए,,, ll तेरे लिए मैने,
जोगन भेस बनाया ll
साँवरी सूरत, दिल में समाई ll
लोग कहें मुझे, बावरी आई ll
*हो तूने, ऐसा रूप दिखाया ll
साँवरिया तेरे लिए,,, ll तेरे लिए मैने,
जोगन भेस बनाया ll
अटक गए तेरे, नैनो से नैना ll
अब मेरे पिया मेरे, दिल में ही रहना ll
*हो तूने, ऐसा दिल को चुराया ll
साँवरिया तेरे लिए,,, ll तेरे लिए मैने,
जोगन भेस बनाया ll