Breaking News

दूखियों कि मेरे बाबा

दूखियों कि मेरे बाबा
पार करता तू नैया है
मेरे बाबा तुझे आना
मेरा बन के खेवैया है

जब मन मेरा घबराता
कुछ समझ नही आता
बस याद करू तुझको
कुछ और नहीं भाता
तुझको अपने मन की
हर बात बतानी है
मेरे बाबा तुझे आना मेरा बन के खेवैया है

ऊपर से सभी देखे
अन्दर कि ना जाने कोई
अन्दर जितनी उलझन
बाहर हंसते ये नयन
अब आ भी जाओ बाबा
मुझे तेरी जरूरत है
मेरे बाबा तुझे आना मेरा बन के खेवैया है

सुख में तो सभी आते
दुख में ना कोई आता
मुझे जब भी जरूरत पड़ी
सदा तू ही नजर आता
अब तेरे भरोसे पे
“सीमा ” कि जिन्दगानी है
मेरे बाबा तुझे आना मेरा बन के खेवैया है
दूखियों कि मेरे बाबा पार करता तू नैया है मेरे बाबा तुझे आना मेरा बन के खेवैया है………….

Check Also

bhandara

भंडारे या लंगर का प्रसाद खाना चाहिए

भंडारे या लंगर का प्रसाद खाना या नहीं? धार्मिक स्थलों पर आयोजित भंडारे ने निर्धनों को सहारा देते हैं, लेकिन सक्षम व्यक्ति के लिए सेवा या....