एह मेरे संवारे तू मेरे साथ है
अब मुझे तो किसी की जरूरत नही
तू मेरी जिन्दगी तू मेरी बंदगी
अब मुझे तो किसी से महोबत नही
एह मेरे संवारे तू मेरे साथ है
मुझको प्यारा लगे श्याम द्वारा तेरा
मुझको है संवारे बस सहारा तेरा
श्याम जीवन मेरा था थे बिखरा हुआ
तूने ही तो हर पल सवारा मेरा
मैं चरण में रहू मैं शरण में रहू
इस से बड कर कही और जन्नत नही
एह मेरे संवारे तू मेरे साथ है
देख कर भी तुम्हे दिल ये भरता नही
बिन तेरे दिल कही और लगता नही
तू ही धडकन मेरी तू मेरी सास है
पास तू जो नही दिल धडकता नही
तू रहे संवारे साथ में उमर भर
मुझको तो और किसी से उल्फत नही
एह मेरे संवारे तू मेरे साथ है
साथ तेरा थे श्याम कभी छुटे नही
नाता जन्मो जन्म ये टूटे नही
थामे रखना सदा हाथ ये हाथ में
अपने प्रेमी से तू कभी रूठे नही
तुम से विनती मेरी बस यही संवारे
काली शर्मा की और कोई मन्नत नही
एह मेरे संवारे तू मेरे साथ है……….