पट बंद करूँ नैनो के सपने में तू आये
खोलू जो नैन खिड़कियां खड़ा सामने मुस्काये
तेरे दर्शन को मेरे सांवरे रहे नैना ये बारे
एक तू ही नज़र आये बस तू ही नज़र आये
तेरी मोहिनी मूरत को जबसे देखा है सांवरे
मनमोहिनी मूरत को जबसे देखा हैं सांवरे
एक तू ही नज़र आये बस तू ही नज़र आये
एक तेरे सिवा मुझे सांवरे कोई दूजा न भाये
चितवन तेरे चंचल मुझे रह रह के तड़पाये
मेरे जीवन का बन गया है तू जीने का चाव रे
एक तू ही नज़र आये बस तू ही नज़र आये
लगी कैसी लगन ये प्रेम की तुझसे मुरली वाले
खुद मेरा दिल मुझ ही से अब ना सम्भले संभाले
दिल दीवाना कुंदन का हुआ है तुझपे ओ सांवरे
दिल दीवाना रानी का हुआ है तुझपे ओ सांवरे
एक तू ही नज़र आये बस तू ही नज़र आये………….