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खोजिए जिंदगी के हर पल में खुशियां

खोजिए जिंदगी के हर पल में खुशियां
खोजिए जिंदगी के हर पल में खुशियां

iग्लैंड के प्रसिद्ध लेखक जॉन रस्किन एक समारोह में गए। उनके पास बैठी युवती के हाथ में एक सुंदर रूमाल था। उसे वह उपहार में मिला था। अचानक उस रूमाल पर कुछ गिर गया। उस पर गहरा धब्बा हो गया।

वह सुंदर युवती परेशान हो गई। पास में बैठे रस्किन ने उस लड़की से कहा कि कुछ देर के लिए अपना धब्बे वाला रूमाल मुझे दे दो। युवती ने अपना रूमाल दे दिया। रस्किन बड़े चित्रकार भी थे। वे रूमाल लेकर गए और उन्होंने थोड़ी देर बाद रूमाल लौटा दिया।

लड़की रूमाल देखकर बोली, यह मेरा रूमाल नहीं है। इस रूमाल पर तो धब्बा था। रस्किन ने कहा कि यह तुम्हारा ही रूमाल है जहां एक धब्बा था वहां उसी के सहारे मैनें एक सुंदर चित्र बना दिया है। जॉन रस्किन बोले, हम अपने व्यक्तित्व के धब्बों को भी इसी तरह सुंदरता में बदल सकते हैं।

In English

Gland’s famous author John Ruskin went to a ceremony. There was a beautiful handkerchief in the hands of the sitting lady near her. She got it in the gift. Suddenly something fell on that handkerchief. There was a deep smear on him.

The beautiful maiden became disturbed. Raskin sitting nearby asked that girl to give me a handkerchief for a while. The young woman gave her handkerchief. Ruskin was also a big painter. He took the handkerchief and he returned the handkerchief after a while.

Seeing the girl’s handkerchief, she said, this is not my handkerchief. This handkerchief was a blur. Ruskin said that this is your handkerchief, where there was a blur, I have made a beautiful picture with the help of that one. John Raskin said, we can change the spots of our personality in the same way.

 

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