घुर घुर के देखे मुझको रोज करे बदनाम
मटकी फोड़ धरा मेरा नाम माखन चोर कहे सुबह शाम
रोज उल्हाने लेके आवे मैया से बतलावे झूठी कपटी है ये घर में मेरे रार्र करावे
घुर घुर के देखे मुझको रोज करे बदनाम
मटकी फोड़ धरा मेरा नाम माखन चोर कहे सुबह शाम
इक दिना मेरे बाबा से बोली कान्हा तेरो उत्पाती है
बरसाने की सखियाँ बुला के चुगली मेरी लगाती है
घुर घुर के देखे मुझको रोज करे बदनाम
मटकी फोड़ धरा मेरा नाम माखन चोर कहे सुबह शाम
शेलेंदर की ओट को लेके बच के मैं तो आयो
ग्वाल बाल सब संग बाँध के मोको है पिटवायो
घुर घुर के देखे मुझको रोज करे बदनाम
मटकी फोड़ धरा मेरा नाम माखन चोर कहे सुबह शाम…………