प बिना चूने, सीमेंट या मिट्टी का प्रयोग किए कितनी ऊंची दीवार उठा सकते है ?
10 फीट ? 15 या 20 फीट ?
ये दीवार कितने दिनों तक खड़ी रह सकती है?
1 साल ? 5 या 10 साल?
अगर मैं आपसे कहूं कि हमारे देश में एक ऐसा मंदिर है, जो सिर्फ पत्थरों पर पत्थर रख कर बनाया गया है।
जिसकी ऊंचाई 216 फीट है और जो पिछले 1000 सालो से बिना झुके खड़ा है, तो क्या आप विश्वास करेंगे?
शायद नहीं, लेकिन ये सच है आइए जानते है कौन सी है ये इमारत।
परिचय – इस विराट मंदिर का नाम है, बृहदेश्वर मंदिर, जो कि तंजावुर, तमिलनाडु राज्य में स्थित है। ये मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और इसका निर्माण चोल राजा राजा चोल द्वारा 1010 ईसा मे पूर्ण कराया गया।
1 – मंदिर परिसर में मुख्य मंदिर भगवान शिव को समर्पित है, जिसकी ऊंचाई 216 फीट है। मंदिर चारो ओर से ऊंची दीवारों से घिरा है, जो कि 16 वी शताब्दी में जोड़ी गई। परिसर का मुख्य द्वार (गोपुरम) लगभग 30 मीटर ऊंचा है, इसके अतिरिक्त परिसर में नंदी मंडप, प्रार्थना मंडप तथा अन्य देवी देवताओं के लिए भी मंदिर बने है, जो कि कालांतर में अन्य राजाओं द्वारा जोड़े गए है।
2 – ये दुनिया की प्रथम और एकमात्र ऐसी इमारत है जो पूरी तरह ग्रेनाइट पत्थरों से बनी है, इसको बनाने में 1.3 लाख टन पत्थर का इस्तेमाल हुआ।
आश्चर्य की बात ये है कि मंदिर परिसर के लगभग 60 किमी के दायरे में कोई पहाड़ या पत्थर का स्त्रोत नहीं है, पत्थरों को यहां तक लाने के लिए 3000 हाथियों का प्रयोग किया गया।
3 – जिस समय ये मंदिर बन कर तैयार हुआ उस समय ये दुनिया की सबसे ऊंची इमारत थी, जो विश्व में हमारी स्थापत्य कला का लोहा मनवाने में सक्षम है। इसे बनवाने में मात्र सात वर्ष का समय लगा जो अद्भुत है।
4 – मंदिर के शिखर (विमान) पर स्थापित पत्थर (कुंभम) का वजन 81 टन है जो कि एक ही पत्थर को काट कर बनाया गया है। इस पत्थर को 200 फीट की ऊंचाई पर स्थापित करना मॉडर्न तकनीकों से भी मुश्किल है तो फिर इसे 1000 साल पहले हमारे पूर्वजों ने कैसे संभव किया?
5 – इस पत्थर को स्थापित करने के लिए 6 किमी ऊंचा एक रैंप तैयार किया गया जिस पर हाथियों कि सहायता से इसे खींच कर ऊपर तक पहुंचाया गया, आप इसके निर्माण की भव्यता का अंदाज़ा केवल इस एक घटना से ही लगा सकते है।
6 – नंदी मंडप में स्थित नंदी कि प्रतिमा की ऊंचाई लगभग 13 फीट और लंबाई 16 फीट है, जो कि एक ही चट्टान को काट कर निर्मित किया गया है।
7 – गर्भ ग्रह में स्थित शिवलिंग देश के सबसे बड़े शिवलिंगों में से एक है, जिसकी ऊंचाई 29 फीट है।
8 – इस मंदिर का निर्माण पत्थरों कि इंटरलॉकिंग तकनीक द्वारा किया गया है तथा चूने अथवा अन्य किसी पदार्थ से जुड़ाई नहीं की गई ।
9 – दीवारों तथा मंडपो पर सर्वत्र मूर्तियां, चित्र व तमिल व संस्कृत अभिलेख खुदे हुए है।
अपनी संस्कृति की महानता का अंदाज़ा लगाने के लिए एक बार अवश्य इस मंदिर के दर्शन करे।
English Translation
How many high walls can you lift without using lime, cement or soil?
10 feet? 15 or 20 feet?
How long can this wall stand?
1 year ? 5 or 10 years?
If I tell you that there is such a temple in our country, which is built only by placing stones on stones.
Whose height is 216 feet and who has stood without bending for the last 1000 years, would you believe?
Probably not, but it is true, let’s know what this building is.
Introduction – The name of this Virat temple is Brihadeeswarar Temple, which is located in Thanjavur, Tamil Nadu state. This temple is dedicated to Lord Shiva and its construction was completed by the Chola king Raja Chola in 1010 AD.
1 – The main temple in the temple complex is dedicated to Lord Shiva, whose height is 216 feet. The temple is surrounded by high walls on all sides, which were added in the 16th century. The main gate (gopuram) of the complex is about 30 meters high, in addition to this the temple also has temples for Nandi Mandap, Prayer Mandap and other Gods and Goddesses, which have been added by other kings over time.
2 – This is the first and only building in the world which is completely made of granite stones, 1.3 lakh tons of stone was used to build it.
The surprising thing is that there is no mountain or stone source in the area of about 60 km of the temple complex, 3000 elephants were used to bring the stones to this place.
3 – At the time when this temple was built, at that time it was the tallest building in the world, which is capable of making iron of our architecture in the world. It took just seven years to build it, which is amazing.
4 – The stone (Kumbham) installed on the shikhara (vimana) of the temple weighs 81 tonnes which is made by cutting a single stone. It is difficult to install this stone at a height of 200 feet with modern techniques, so how did our ancestors make it possible 1000 years ago?
5 – To install this stone a 6 km high ramp was drawn on which it was pulled up to the top with the help of elephants, you can only guess the grandeur of its construction from this one event.
6 – The Nandi statue situated in Nandi Mandapa is about 13 feet in height and 16 feet in length, which is built by cutting a single rock.
7 – Shivling located in the womb planet is one of the largest Shivling in the country, whose height is 29 feet.
8 – This temple is constructed by interlocking technique of stones and was not made with lime or any other material.
9 – Sculptures, paintings and Tamil and Sanskrit inscriptions are engraved everywhere on the walls and mandapos.
To get a glimpse of the greatness of its culture, one must visit this temple once.