होली खेल रहे नन्द लाल वृन्दावन की कुंज गलिन में
वृन्दावन की कुंज गलिन में
होली खेल रहे नन्द लाल वृन्दावन की कुंज गलिन में…………
संग सखा श्याम के आये रंग भर पिचकारी लाये,
कर रहे बुरो हाल बेहाल वृन्दावन की कुंज गलिन में
होली खेल रहे नन्द लाल वृन्दावन की कुंज गलिन में…….
चले गली रंगीली आये ढप ढाल मिरधंग भजाए,
अरे गावे नाचे तोरे ताल वृन्दावन की कुंज गलिन में
होली खेल रहे नन्द लाल वृन्दावन की कुंज गलिन में…….
रंग भर पिचकारी मारे चुनर की आव बिगाड़े,
हो मेरे मुख पे मलो गुलाल वृन्दावन की कुंज गलिन में
होली खेल रहे नन्द लाल वृन्दावन की कुंज गलिन में…….
छवि निरखे वनवारी सब भक्त बजावे ताली
अरे रंग ढार रहे सब ग्वाल वृन्दावन की कुंज गलिन में
होली खेल रहे नन्द लाल वृन्दावन की कुंज गलिन में…….