हम को ये तो बता दो कन्हीयाँ तेरा जलवा कहा पर नही है
लोग पिते है पी पी के गिरते
हम पीते है फिर भी ना गिरते
हम तो पीते है सत्संग का प्याला
कोई भवरे की मदिरा नही है
हमको ये तो बता दो,,,,,
लोग खाते है खा खा के सोते
हम तो खाते है फिर भी ना सोते
हम तो खाते है माखन और मिशरी
कोई इडलि और ढोसा नही है
हमको ये तो बता दो,,,,,
शीश टुटा तो सब ने है देखा
दिल टुटा किसे न देखा
दिल टुटा है देखो हमारा इस की आवाज आती नही है
हमको ये तो बता दो,,,,,,,,,,,,,,