जब से मथुरा मे मेरा आना जाना हुआ
सँवारे का तभी से मैं दीवाना हुआ
ऐसा मटकी से माखन चुराना हुआ
संवारे का तभी से मैं दीवाना हुआ………..
तीखे नैना सँवारे के करे है मेरे दिल पे जादू टोना
जब से बजाई प्यारी बंसी नाचे है मथुरा का कोना कोना
प्यारी बंसी का जब बजाना हुआ
संवारे का तभी से मैं दीवाना हुआ……………
सांवरी सुरतिया प्यारी प्यारी है देखी मैंने जब से गिरधर की,
चैन चुरा के ले जाती है बाते मीठी मुरली धर की
जब से गोकुल में गईया चराना हुआ
संवारे का तभी से मैं दीवाना हुआ……