जग में सुंदर है जोड़ी, राधा और श्याम की.
दुनिया दीवानी हो गयी, दोनों के नाम की.
गोकुल खेले कृष्ण कन्हैया, बरसाने में राधा.
दोनों ने अवतार लिया ये, जनम जनम का वादा.
सारे ब्रजवासी देखें, लीला सुखधाम की.
दुनिया दीवानी हो गयी, दोनों के नाम की.
बंशी की धुन छेड़े मोहन, राधा सुध बिसराए.
दौड़ी दौड़ी मधुवन जावे, कोई रोक न पाए.
महलों की खुशियां छूटी, नहीं किसी काम की.
दुनिया दीवानी हो गयी, दोनों के नाम की.
राधा और मोहन ने जग को, प्रीत की रीत सिखायी.
झूठे हैं दुनिया के रिश्ते, सच्ची प्रेम सगाई.
प्रेम तो है अनमोल रतन, माया है छदाम की.
दुनिया दीवानी हो गयी, दोनों के नाम की.
मोहन बिन राधा है सूनी, राधे बिना कन्हैया.
मोहन खेवनहार तो समझो, राधा जी हैं नैय्या.
‘बिन्नू’ कहता है जप लो, माला राधेश्याम की.
दुनिया दीवानी हो गयी, दोनों के नाम की.
राधा री मुझको पागल बनाया इन निगाहो ने,
लुट लिया दिल तेरी अदाओं ने
राधा री मुझको पागल बनाया इन निगाहो ने,
सुगल सलोने नैना तेरे चमके दीपक जैसे
चंदा चमके जैसे चम चम बिंदिया चमके वैसे
राधा री तुझको केश दिए है घटाओ ने
लुट लिया दिल तेरी अदायो ने
राधा री मुझको पागल बनाया इन निगाहो ने,
करन फूल दोनों कानो के लेते जब हिचकोले
देव लोक की परियो का दिल डग मग डग मग ढोले,
राधा री इनको चंचलता दी है फिज़ाओ ने
लुट लिया दिल तेरी अदायो ने
राधा री मुझको पागल बनाया इन निगाहो ने,
कहे अनाडी पलती कमरिया नागिन सी बल खाए
चाल देख के हंस हंसनी मन अपने शरमाये,
राधा री मोसम बदल दिया है हवाओ ने
लुट लिया दिल तेरी अदायो ने
राधा री मुझको पागल बनाया इन निगाहो ने||