झुला झुलाऊ कान्हा तुझे झुला झुलाऊ,
आ गोद में लाला तुझे लोरी मैं सुनाऊ
झुला झुलाऊ कान्हा तुझे झुला झुलाऊ,
लेकर के मेरे लाल को जाते को कहा स्वामी,
जी भर के इसे देख लू और दूध पिलाऊ
झुला झुलाऊ कान्हा तुझे झुला झुलाऊ,
बेबश हुई माता तेरी भाई के जुलम से
वैरी हुआ मामा तेरा तुझे कैसे वचाऊ,
झुला झुलाऊ कान्हा तुझे झुला झुलाऊ,
रो रो के कहे देवकी मुझे छोड़ के न जा
लग जाए न तुझको नजर आँचल में छुपाऊ,
झुला झुलाऊ कान्हा तुझे झुला झुलाऊ,
मोहन को रखा सूप पे वासुदेव चले है
रोते है मोहन चीख के बंधन से छुडाऊ
झुला झुलाऊ कान्हा तुझे झुला झुलाऊ,
लाला की जुदाई को सहे कैसे तेरी माँ
कान्हा की जुदाई को सहे कैसे वैरागी,
फटता है कलेजा मेरा दुःख कैसे बताऊ
झुला झुलाऊ कान्हा तुझे झुला झुलाऊ,,,,,,,,,