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काम टालना बुरी बात

यह कहानी एक बच्चे की है जो पढ़ाई से दूर भागता था। जब कभी भी उसे पढ़ने कहा जाता तो वह अपनी पढ़ाई नहीं करता था। लेकिन समय निकालकर कुछ देर के लिए पढ़ने बैठ जाता था। जब वह पढ़ने बैठता तो वह इधर उधर की बातें सोचता और अपनी पढ़ाई को टाल देता।

सोचता कि वह बाद में पढ़ लेगा। एक दिन वह बालक अपने किताब को लेकर बैठा और देखा कि उसे बहुत सारा पढ़ना है। यह सोचकर वह अपने किताब को बंद करके खेलने लगा। उसने सोचा कि वह बाद में पड़ेगा। फिर कुछ दिन बाद उसने देखा की उसकी पढ़ाई अब और भी ज्यादा हो गई थी।

यह देखकर वह फिर से किताब को बंद कर दिया और सोचा कि वह बाद में पड़ेगा। ऐसा करते-करते पूरा साल निकल गया और परीक्षा का समय आ गया। जब परीक्षा चल रही थी तब उसे कुछ भी नहीं आता था। उस पर पढ़ाई का पूरा बोझ आ गया था। उसे अब एक साथ बहुत सारी पढ़ाई करनी थी। लेकिन उसके पास अब समय नहीं था।

पढ़ाई पूरा ना होने की वजह से वह बच्चा परीक्षा में फेल हो गया। फेल होने के बाद उसे बहुत बुरा लगा और उस दिन बच्चे ने निर्णय लिया कि वह अपनी पढ़ाई समय पर करेगा और कभी भी पढ़ाई को नहीं टालेगा। बच्चों हमें भी हमेशा यही करना चाहिए। समय रहते हमें पढ़ाई करनी चाहिए और अपने पढ़ाई को आगे के लिए नहीं छोड़ना चाहिए तभी हम अच्छे बन सकते हैं|

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