कालिया से पूरा गली परेशान था। गली से निकलने वाले लोगों को कभी भों भों करके डराता। कभी काटने दौड़ता था। डर से बच्चों ने उस गली में अकेले जाना छोड़ दिया था।
कोई बच्चा गलती से उस गली में निकल जाता तो , उसके हाथों से खाने की चीज छीन कर भाग जाता ।
कालिया ने अपने दोस्तों को भी परेशान किया हुआ था।
सब को डरा कर वह अपने को गली का सेठ समझने लगा था। उसके झुंड में एक छोटा सा शेरू नाम का डॉगी भी था।
वह किसी को परेशान नहीं करता, छोटे बच्चे भी उसे खूब प्यार करते थे।
एक दिन शेरू को राहुल ने एक रोटी ला कर दिया।
शेरू बहुत खुश हुआ उस रोटी को लेकर गाड़ी के नीचे भाग गया। वहीं बैठ कर खाने लगा।
कालिया ने शेरू को रोटी खाता हुआ देख जोर से झटका और रोटी लेकर भाग गया।
शेरू जोर-जोर से रोने लगा।
राहुल ने अपने पापा से बताया। उसके पापा कालिया की हरकत को जानते थे। वह पहले भी देख चुके थे।
उन्हें काफी गुस्सा आया।
एक लाठी निकाली और कालिया की मरम्मत कर दी।
कालिया को अब अपनी नानी याद आ गई थी।
वह इतना सुधर गया था , गली में निकलने वालों को परेशान भी नहीं करता।
छोटे बच्चे को देखते ही छुप जाता था।
मोरल –
बुरे काम का बुरा ही नतीजा होता है बुरे कामों से बचना चाहिए।