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कान्हा मत कर तू उत्पात


कान्हा मत कर तू उत्पात समजावे गुजरियां प्यारी,
समजावे गुजरियां प्यारी समजावे गुजरियां प्यारी,
कान्हा मत कर तू उत्पात समजावे गुजरियां प्यारी

हो तीनो लोकन में है राज गुजरियां सुन लो बात हमारी
तुम सुनलो बात हमारी तुम सुन लो बात हमारी

मुरली को मधुर भजावे सब गोपियाँ को तू चिडावे
कन्हियाँ अच्छी न यु बात,समजावे गुजरिया प्यारी

मैं नन्द बाबा का लाला तू सुन लो ब्रिज की बाला
हो मेरा ऐसा ही अंदाज गुजरियां सुन लो बात हमा

बरसाने अइयो कन्हिया बंसी के मधुर बजैया,
अरे बांधू दोनों तेरे हाथ समजावे गुजरियां प्यारी

सारे जग को खेल खिलाऊ तेरी बातो में ना आऊ,
कान्हा नागर के सरताज गुजरियां सुन लो बात हमारी……….

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