कान्हा मारण पूतना आयो:-
कान्हा मारण पूतना आयो,
जात कर्म संस्कार छठी दिन,
नन्द भवन पापी कंस पठायो,
कान्हा मारण ———-
धरि बेषो सुन्दर गोपिन को,
श्री श्यामहि अंक लिपटायो,
कान्हा मारण———
विष लेपित स्तन तेहि धार्यो,
हरि मुख स्तनपान करायो,
कान्हा मारण———–
हरि मुस्कात पिबत धरि स्तन,
प्राण लेई यमलोक पठायो,
कान्हा मारण …………….