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कन्हियाँ आजा आजा


राधे बनी तेरी दीवाना ओ मेरे कान्हा नन्द लाला गोपाला,
कन्हियाँ आजा आजा अकेली  छोड़ के न जा,
ले माखन खा ले ताजा,

आने का वादा कान्हा किया क्यों था परसो,
बीत गये है जाने कितने ही बरसो,
याद में तेरी गुजर न जाये ज़माना,नन्द लाला गोपाला,
कन्हियाँ आजा आजा अक़्ली छोड़ के न जा,
ले माखन खा ले ताजा,

नहीं दिन रैन चैन तुम बिन सँवारे,
नैना तो रो रो कैसे हुए वनवारे,
सखियाँ पगली देती है मुझको ताना नन्द लाला गोपाला,
कन्हियाँ आजा आजा अक़्ली छोड़ के न जा,
ले माखन खा ले ताजा,

जल्दी से आओ आओ रास रचाइयाँ,
बंसी बजाइयाँ सुनो दाऊ जी के भहियाँ
भीम सैन कहे आके प्रीत निभाना,
नन्द लाला गोपाला,
कन्हियाँ आजा आजा अक़्ली छोड़ के न जा,
ले माखन खा ले ताजा………..

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