दिल की हर धडकन से अब तो आती ये आवाज है,
कन्हियाँ हम तुम्हारे कन्हिया तुम हमारे,
तेरे नाम के दम पे हम श्याम चलते है
तेरे भरोसे पे मंजील को बडते है
गोर अधियारो में तेरा उजियारा है,
बीच मजधार के मिलता किनारा है
जीवन के हर मोड़ पे तुही रखता मेरी लाज है
कन्हियाँ हम तुम्हारे कन्हिया तुम हमारे,
जन्मो जन्म युही मिलता रहे तेरा साथ
सिर पे हमारे हो बाबा तुम्हारा हाथ
सुख हो जा दुःख चाहे दरबार छुटे ना
भगतो का सांवरियां विश्वाश टूटे न
श्याम तुम्हारे श्री चरणों में ये अरदास है
कन्हियाँ हम तुम्हारे कन्हिया तुम हमारे,
है भाव के भूखे श्री श्याम हमारे
हर वक़्त बनते है हारे के सहारे,
साथी याहा में ऐसा नही कोई और है
अपनों से ज्यदा मेरा चलता इस पे जोर है
ऐसे साथी पे तो मोहित हम भगतो को नाज है
कन्हियाँ हम तुम्हारे कन्हिया तुम हमारे…………….