कन्हियाँ झूले पलना झुलावे महतारी
झुलावे महतारी निहारी छवि प्यारी
कन्हियाँ झूले पलना झुलावे महतारी……
नाचत गावत गोकुल गाओ बसंत को उत्सव आयो
मार सुधा ने मन मोहन को पीत प्रशन पेहरायो,
बसंती रंग रंग गए सब नर नारी
झुलावे महतारी निहारी छवि प्यारी
कन्हियाँ झूले पलना झुलावे महतारी……….
वृन्दावन के ओ बांके बिहारी,
हमसे पर्दा करो ना मुरारी,
वृन्दावन के ओ बाँके बिहारी,
हमसे परदा करो ना मुरारी….-2
हम तुम्हारे पराये नहीं हैं,
गैर के दर पे आये नहीं है…-2
हम तुम्हारे पुराने पुजारी,
हम तुम्हारे पुराने पुजारी,
हमसे पर्दा करो ना मुरारी,
वृन्दावन के ओ बांके बिहारी,
हमसे पर्दा करो ना मुरारी……
हरिदास के राज दुलारे,
नन्द यशोदा की आँखों के तारे…-2
राधा जू के साँवरे गिरधारी,
राधा जू के साँवरे गिरधारी,
हमसे पर्दा करो ना मुरारी,
वृन्दावन के ओ बांके बिहारी,
हमसे पर्दा करो ना मुरारी…..
बंद कमरों में रुक ना सकोगे,
लाख पर्दो में छुप ना सकोगे….-2
तुमको हर और हम है व्यापारी,
तुमको हर और हम है व्यापारी,
हमसे पर्दा करो ना मुरारी,
वृन्दावन के ओ बांके बिहारी,
हमसे पर्दा करो ना मुरारी…