कन्हैया यूँ हमसे बदल क्यों गये,
वो दिल से हमारे निकल क्यों गए,
कन्हैया यूँ हमसे बदल क्यों गये,
ये वादा किया था स्मबालो गे हम को
पापो से मोहन बचा लोंगे हम को
हर मोड़ पर हम फिसल क्यों गए
वो दिल से हमारे निकल क्यों गए
कन्हैया यूँ हमसे…..
वो मीरा के आंसू सुदामा की पीड़ा
उठाया है तुम ने दीनो का बीड़ा
तो अनसु हमारे विफल क्यों गए
वो दिल से हमारे निकल क्यों गए
कन्हैया यूँ हमसे…..
तेरा नाम लेकर रोते है हम तो अनसु से दामन बिगोते है हम तो
संजू वो अरमा मचल क्यों गए
वो दिल से हमारे निकल क्यों गए
कन्हैया यूँ हमसे…..