Breaking News

कन्हैया यूँ हमसे बदल क्यों गये


कन्हैया यूँ हमसे बदल क्यों गये,
वो दिल से हमारे निकल क्यों गए,
कन्हैया यूँ हमसे बदल क्यों गये,

ये वादा किया था स्मबालो गे हम को
पापो से मोहन बचा लोंगे हम को
हर मोड़ पर हम फिसल क्यों गए
वो दिल से हमारे निकल क्यों गए
कन्हैया यूँ हमसे…..

वो मीरा के आंसू सुदामा की पीड़ा
उठाया है तुम ने दीनो का बीड़ा
तो अनसु हमारे विफल क्यों गए
वो दिल से हमारे निकल क्यों गए
कन्हैया यूँ हमसे…..

तेरा नाम लेकर रोते है हम तो अनसु से दामन बिगोते है हम तो
संजू वो अरमा मचल क्यों गए
वो दिल से हमारे निकल क्यों गए
कन्हैया यूँ हमसे…..

Check Also

bhandara

भंडारे या लंगर का प्रसाद खाना चाहिए

भंडारे या लंगर का प्रसाद खाना या नहीं? धार्मिक स्थलों पर आयोजित भंडारे ने निर्धनों को सहारा देते हैं, लेकिन सक्षम व्यक्ति के लिए सेवा या....