मईया नटखट कहा छुपाया उसने हम को बहुत सताया
जब हम गईया रही चराई चुप के से वो घर में आया
जब मैं पकडू हाथ न आये भ्जाये हस हस के ताली
माँ यशोदा लाल तुम्हारी इसी ने खाया माखन सारा,
कर गया मटकी वो खाली
वैसे तो बड़ा प्यारा लागे हम को श्याम सलोना
इस की नटखट अदा है करती दिल पे जादू टोना
हम सब हुए दीवाने देख के उसके गालो की लाली
माँ यशोदा लाल तुम्हारी इसी ने खाया माखन सारा,
कर गया मटकी वो खाली
कई बार था डानटा मैंने इक बात न मानी
ग्वालो के संग मिल कर कान्हा करता है मन मानी
मधुर मुरलिया जब है भाजे बन गया दिल का वो माली
माँ यशोदा लाल तुम्हारी इसी ने खाया माखन सारा,
कर गया मटकी वो खाली
रोज मैं उसको देख ने के लिए पनघट पे हु जाती,
काले काले नैनो वाली सूरत मन को भाति
उसने मार कंकरियां पटकी काहे फोड़ ही डाली
माँ यशोदा लाल तुम्हारी इसी ने खाया माखन सारा,
कर गया मटकी वो खाली………