बाल सफेद करने मे जिंदगी निकल जाती है.
काले तो आघे घंटे मे हो जाते है!! _
“खुशीयां बटोरते बटोरते उमर गुजर गई , पर खुश ना हो सके, _
एक दिन एहसास हुआ , खुश तो वो लोग थे जो खुशीयां बांट रहे थे.” दौलत की भूख ऐसी की कमाने निकल गए ।
दौलत मिली तो हाथ से रिश्ते निकल गए ।
बच्चों के साथ रहने की फुर्सत ना मिल सकी ।
और जब फुर्सत मिली तो बच्चे खुद ही दौलत कमाने निकल गए ।।।।।।।
अपने ग्रुप के लिए कहता हूँ
हम फूल तो नहीं पर महकना जानते है, बिना रोये गम भुलाना जानते है..
लोग खुश होते है हमसे, क्योकि हम बिना मिले ही रिश्ते निभाना जानते है