कृष्णा काले मुरलियां वाले ओ जग से निराले
तू करुना निधान है
तेरी महिमा तो जग में महान है
ओ कन्हिया सुन दाऊ के भैया ओ माखन चुरइया तू प्रेम रस खान है
तेरी महिमा तो जग में महान है…….
ऊँगली पे तूने गोवर्धन को उठा के,
इंद्र के मद को चूर किया,
तुमने ही पापी दुष्ट कंश को संगारा भगतो को भय मुक्त किया
लीला धारी कृष्ण मुरारी भगतो के हित कारे
बंसी वाले ओ जग रखवाले ओ जग से निराले
तू भगतो की शान है
तेरी महिमा तो जग में महान है……
नाग नथाईया मेरे कृष्ण कन्हियाँ यमुना जी का ध्यान दियां
ग्वाल बाल रिश्री मुनि नर नारी
देवो ने गुणगान किया
ओ वनवारी बांके बिहारी चकर सुदर्शन धारी
गोकुल वाले ओ गज के उजाले
ओ जग से निराले तू धर्म का परमान है
तेरी महिमा तो जग में महान है………