कुछ लेना न देना मगन रेहना
हे मगन रेहना जी भजन करना
कुछ लेना न देना मगन रेहना
पांच तत्व का बना है पिंजरा,
भीतर बोल रही मैना
कुछ लेना न देना मगन रेहना
तेरा पिया तेरे घट में वसत है
देखो री सखी खोल नैना
कुछ लेना न देना मगन रेहना
गेहरी नदियाँ नाव पुराणी
केवटिया से मिले रेहना,
कुछ लेना न देना मगन रेहना
केहत कबीरा सुनो भाई साधू
प्रभु के चरण लिपट रेहना
कुछ लेना न देना मगन रेहना…………….