क्यों राधे रानी तेरी भौहें तनी
बाते तू करती है क्यों कटकनी,
श्याम तेरी मुरली है सोदन बनी
रहे तेरे होठो पे हर दम तनी
क्यों राधे रानी तेरी भौहें तनी
कसमे वाधे छोड़ छाड़ के प्रीत हमारी तोड़ ताड़ के
प्रीत तेरी मुरली से हुई दुगनी
क्यों राधे रानी तेरी भौहें तनी
मेरी मुरलियां है हर हर बांस की
नही बनी ये राधे हाड और मॉस की
फिर तेरी ये सोतन ये कैसी बनी
श्याम तेरी मुरली सोतान बनी
मुरली उतर गई मेरे मन पे
आठ पेहर चोबीसो घंटे,
नाचे तेरे हाथो में बन फिर कली
क्यों राधे रानी तेरी भौहें तनी
तुम से प्रेम बंधा मेरा राधे तेरा हु तेरा मैं रहूगा राधे,
है ये अनाडी की नइ लेकनि.
श्याम तेरी मुरली सोतान बनी……