Breaking News

मैं अब न जाऊँगा राधा तेरे संग


मैं अब न जाऊँगा राधा तेरे संग
मेरी मुरलिया तूने चुराई करती है अब तंग
मैं अब न जाऊँगा राधा तेरे संग

मेरी मुरलियां जग से न्यारी मधुर मधुर बड़ी प्यारी प्यारी
देदे मुरलियां कहा छुपाई जादा मत कर तंग
मैं अब न जाऊँगा राधा तेरे संग

मुरली वृंदावन से मंगवाई तेरे लिए मैंने मन से बजाई
देदे मुरलियां कहा छुपाई जादा मत कर तंग
मैं अब न जाऊँगा राधा तेरे संग

मुरली के बिन माँ मारेगी घर से खाट बाहर डारेगी
देदे मुरलियां कहा छुपाई जादा मत कर तंग
मैं अब न जाऊँगा राधा तेरे संग

शेलेंदर की सुन के विनती राधे क्यों तू न है सुनती
देदे मुरलियां कहा छुपाई जादा मत कर तंग
मैं अब न जाऊँगा राधा तेरे संग…………

Check Also

bhandara

भंडारे या लंगर का प्रसाद खाना चाहिए

भंडारे या लंगर का प्रसाद खाना या नहीं? धार्मिक स्थलों पर आयोजित भंडारे ने निर्धनों को सहारा देते हैं, लेकिन सक्षम व्यक्ति के लिए सेवा या....